Holi fetival In Vrindavan: वृंदावन में हफ्तेभर पहले से ही लोग होली खेलने लगते हैं और इसे देखने देश ही नहीं, विदेशी सैलानी भी जुटते हैं. अगर आप भी वृंदावन घूमने का पूरा प्लान बना रहे हैं तो इन 5 मंदिरों में कान्हा जी के दर्शन जरूर करें.
अगर आपने होली के समय बांके बिहारी मंदिर में तीन दिन की यात्रा की योजना बनाई है तो आपको बांके बिहारी मंदिर जाना चाहिए.
होली के दौरान बांके बिहारी मंदिर और इसके आसपास एक अलग सा उत्साह होता है व होली के एक सप्ताह पहले से ही यहां मंदिर के भीतर और गलियों में होली की धूम मच जाती है.
इस्कॉन मंदिर में लोग रंग बिरंगे फूलों व पंखुड़ियों को पहले कान्हा जी पर अर्पित करते हैं और फिर एक दूसरों पर डालकर होली खेलते हैं और भजन करते हैं.
इस्कॉन मंदिर के आसपास यहां आए सैलानी इकट्ठा होते हैं, इस खूबसूरत सफेद मंदिर में फूलों की होली खेली जाती है.
दावन के सबसे पवित्र मंदिरों में शामिल प्रेम अति सुंदर है. अगर होली में वृंदावन घूमने निकले हैं तो आपको दूसरे दिन इस मंदिर में जरूर दर्शन के लिए आना चाहिए.
सफेद संगमरमर के प्रेम मंदिर परिसर में कृष्णजी के हर रूप के दर्शन होते हैं और लाखों सैलानी होली की उड़दंग में शामिल होते हैं.
वृंदावन के प्राचीनतम मंदिरों में शामिल गोविंद देव जी मंदिर सात तल्ले का है लेकिन अह इसके 3 ही तल्ले बचे हैं. जो कि पत्थरों से बनाया गया था.
गोविंद देव जी मंदिर दर्शन के लिए अगर होली के दौरान आए हैं तो आपको जरूर एक अलग अनुभव होगा. होली यहां भी बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है.
अंतिम दिन यानी तीसरे दिन कृष्ण जन्मस्थली घूम आएं. होली के कई दिनों पहले ही इस मंदिर में होली की रौनक दिखने लगती है. गुलाल खेलते लोग तो यहां आसानी से दिख जाएंगे.
कृष्ण जन्मस्थली के अंदरूनी परिसर में सैलानी के तौर पर आप प्रवेश कर सकते हैं और होली खेलने का आनंद ले करते हैं.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. ZEEUPUK इनकी पुष्टि नहीं करता है. विशेषज्ञ से अधिक जानकारी लें.)