भारतीय जनता पार्टी आज तक इस सीट पर सिर्फ दो बार जीती है. साल 1996 और साल 1998 में हुए लोकसभा चुनावों में यहां बीजेपी के अशोक सिंह ने जीत दर्ज की थी.
रायबरेली और नेहरू-गांधी परिवार का नाता पुराना है. इस सीट से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी संसद में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इंदिरा ने रायबरेली से ही चुनावी राजनीति का आगाज किया था.
इंदिरा गांधी ने 1964 में बतौर राज्यसभा सदस्य सियासी डेब्यू किया. 1967 के चुनाव में रायबरेली से ही चुनावी राजनीति का आगाज किया. इंदिरा ने रायबरेली सीट से 1967, 1971, 1977 और 1980 यानि लगातार चार बार लोकसभा चुनाव लड़ा.
इंदिरा गांधी ने 1980 में रायबरेली सीट से जीतीं, लेकिन वह संयुक्त आंध्र प्रदेश की मेंडक सीट से भी विजयी रही थीं. इंदिरा ने रायबरेली सीट छोड़ दी और उपचुनाव में अरुण नेहरू कांग्रेस के टिकट पर जीतकर संसद पहुंचे.
अरुण 1984 में भी कांग्रेस के टिकट पर सांसद निर्वाचित हुए. 1989 और 1991 में कांग्रेस की शीला कौल संसद पहुंचीं लेकिन 1996 और 1998 में इस सीट से बीजेपी के अशोक सिंह विजयी रहे. 1999 के चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन सतीश शर्मा को टिकट दिया.
कांग्रेस का गढ़ कहे जानी रायबरेली लोकसभा सीट (Rae Bareli Lok Sabha Election Results 2019) काफी अहम मानी जाती है. सन 2019 के चुनाव में कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह सीट हासिल की थी.
2019 के आम चुनाव में कांग्रेस यूपी की केवल एक लोकसभा सीट ही जीत सकी थी और वह सीट रायबरेली थी. रायबरेली लोकसभा सीट 2019 में भी कांग्रेस की सोनिया गांधी ने यहां पर जीत दर्ज की.
रायबरेली सीट पर भाजपा ने कांग्रेस से ही आए दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है. दिनेश प्रताप योगी सरकार में मंत्री भी हैं. 2019 के चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ भी बीजेपी ने दिनेश को ही उम्मीदवार बनाया था.
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है. आज उन्होंने पर्चा भरा. दिनेश प्रताप सिंह इससे पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद रह चुकीं सोनिया गांधी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर चुके हैं.
उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनाव मैदान में उतारा है. उन्होंने आज इस सीट से नामांकन कर दिया है. इस सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होना है. इस दौरान पूरा गांधी परिवार मौजूद था.