उच्च शिक्षा के लिए आप भी किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने का सोच रहे हैं या किसी विश्वविद्यालय या फिर उसके कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. अगर जवाब हां है तो आपके काम की एक महत्वपूर्ण खबर है.
देश में कई ऐसी यूनिवर्सिटी हैं जो यूजीसी के मानकों को पूरा नहीं करती हैं. इन फर्जी यूनिवर्सिटी की वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट की डिटेल इतनी सटीक सी लगती है कि लोग धोखा खा जाते हैं.
विद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने देशभर की 21 ऐसी यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी की है. इसमें उत्तर प्रदेश की भी चार यूनिवर्सिटी के नाम हैं.
विद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश की पहली फर्जी यूनिवर्सिटी का नाम गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद है.
नेताजी सुभाष चंद्र बोष यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी) का नाम भी फर्जी विश्वविद्यालय की लिस्ट में है. यह यूनिवर्सिटी अलीगढ़ जिले के अचलताल में है.
भारतीय शिक्षा परिषद, भारत भवन, मटियारी चिनहट, फैजाबाद रोड, लखनऊ, उत्तर प्रदेश. लखनऊ की ये यूनिवर्सिटी भी फर्जी है.
महामाया टेक्निकल विश्वविद्यालय, पीओ - महर्षि नगर, जिला जीबी नगर, विपक्ष। सेक्टर 110, सेक्टर 110, नोएडा - 201304. यह विश्वविद्यालय भी फेक है.
सरकार ने सोमवार को संसद सदस्यों से आग्रह किया कि वे देशभर के 21 फर्जी विश्वविद्यालयों के बारे में जागरूकता फैलाने और छात्रों को संस्थानों में प्रवेश लेने के प्रति सचेत करें. इनकी सूची सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाली जाए.
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों से इन संस्थानों को बंद करने के लिए कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.
राज्य सरकारों से विश्वविद्यालय के रूप में गलत तरीके से प्रस्तुत करने, डिग्री प्रदान करने और अपने नाम के साथ विश्वविद्यालय शब्द का उपयोग करके छात्रों को धोखा देने देने में शामिल लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है.