सीएम योगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर शोक जताया है और मृतकों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.
हादसे के तुरंत बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने ज़ी मीडिया से कहा कि राहत कार्य और रेस्क्यू के निर्देश दिए हैं. हादसा दुखदाई है. यथासंभव मदद का प्रयास किया जा रहा है. हमारी पहली प्राथमिकता लोगों की जानें बचाना था. बस की आग पूरी तरह बुझ गई है. भीषण आग में पूरी तरह जल चुके शवों को पहचानने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए डीएनए टेस्ट की मदद ली जाएगी. जांच टीमों को मौके पर भेजा गया है. वहीं, फारेंसिक टीम को मौके पर भेजा गया.
यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि बस-ट्रक में से किसी एक में कोई ज्वलनशील पदार्थ था, जिसकी वजह से धमाके के साथ आग लगी. कानपुर एडीजी जोन प्रेमप्रकाश को मौके पर भेजा गया.
हादसे के बाद जीटी रोड पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया. वाहनों की लंबी कतारें लग गई. फायर बिग्रेड की कई गाड़ियां आग बुझाने के प्रयास में जुटी हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छिबरामऊ से 5 किमी आगे जीटी रोड पर ग्राम घिलोई के पास कोहरे की वजह से यह भयानक हादसा हो गया. भिड़ंत में ट्रक का डीजल टैंक फटने से आग लग गई, जिसने बस को भी चपेट में ले लिया. थोड़ी ही देर में बस आग का गोला बन गई. हादसा इतना भयानक था कि स्लीपर बस में फंसे यात्रियों को निकलने तक का मौका नहीं मिल सका. किसी तरह लगभग एक दर्जन सवारियों ने कूदकर अपनी जान बचाई.
बताया जा रहा है कि बस में करीब 45 लोग सवार थे. इस हादसे के बाद बस में लगी आग में उसमें सवार 21 सवारियों की जिंदा जलने से मौत हो गई. वहीं 25 से ज्यादा लोग इस हादसे में घायल हो गए.
इस हादसे में घायल हुए लोगों को उपचार के लिए तिर्वा मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां उनका उपचार जारी है.
इस घटना में कई लोग जलने की वजह से गंभीर रूप से घायल हो गए. यहां उनका इलाज किया जा रहा है.