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धनतेरस से दिवाली सिर्फ 5 दिन खुलता है ये मंदिर, भक्तों को प्रसाद में मिलते हैं चांदी-पीतल के सिक्के

Annapurna Mata: वाराणसी में मां अन्नपूर्णा का मंदिर साल में सिर्फ पांच दिनों के लिए खुलता है.  इस वर्ष धनतेरस से अन्नकूट तक मंदिर दर्शन के लिए खुलेगा. जहां माता की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन होंगे और भक्तों को आशीर्वाद स्वरूप सिक्के प्रदान किए जाएंगे.

धनतेरस से दिवाली सिर्फ 5 दिन खुलता है ये मंदिर, भक्तों को प्रसाद में मिलते हैं चांदी-पीतल के सिक्के

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धनतेरस से दिवाली सिर्फ 5 दिन खुलता है ये मंदिर, भक्तों को प्रसाद में मिलते हैं चांदी-पीतल के सिक्के

मां अन्नपूर्णा मंदिर

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मां अन्नपूर्णा मंदिर

वाराणसी का मां अन्नपूर्णा मंदिर वर्ष में केवल 4-5 दिन के लिए खोला जाता है. जिसमें श्रद्धालु धनतेरस से लेकर भाई दूज तक दर्शन कर सकते हैं.

 

पांच दिन

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पांच दिन

इस वर्ष धनतेरस से 2 नवंबर तक भक्तों को स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का दर्शन मिलेगा. जिसके बाद मंदिर का पट एक साल के लिए बंद कर दिया जाएगा.  

विशेष प्रसाद

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विशेष प्रसाद

इस दौरान भक्तों को चांदी और पीतल के विशेष सिक्के, नौ रत्न, और लावा प्रसाद स्वरूप वितरित किए जाएंगे. यह प्रसाद भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है.

 

सिक्कों की मान्यता

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सिक्कों की मान्यता

मान्यता है कि प्रसाद में मिले सिक्कों को घर की तिजोरी या भंडार में रखने से अन्न-धन की कभी कमी नहीं होती है.

पूजा

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पूजा

मां अन्नपूर्णा को अन्न की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है और उन्हें हर शुक्ल पक्ष की अष्टमी को विशेष रूप से पूजा जाता है.

चांदी-पीतल के सिक्के

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चांदी-पीतल के सिक्के

मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि इस बार 30 किलो चांदी और पीतल के सिक्कों का निर्माण कराया गया है. जिन पर मां अन्नपूर्णा की तस्वीर अंकित है.

 

अन्नकूट महोत्सव

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अन्नकूट महोत्सव

अन्नकूट महोत्सव के दिन विशेष लड्डूओं की झांकी सजाई जाएगी और रात 11:30 बजे महाआरती के बाद पट बंद कर दिए जाएंगे.

 

धार्मिक महत्व

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धार्मिक महत्व

मां अन्नपूर्णा के इस मंदिर का धार्मिक महत्व स्कंदपुराण और ब्रह्मवैवर्त्तपुराण में वर्णित है. जिसमें काशी को देवी का प्रधान पीठ माना गया है.

 

सुगम दर्शन

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सुगम दर्शन

भक्तों के सुगम दर्शन के लिए बांसफाटक से ढुंढिराज गेट होते हुए अस्थायी सीढ़ियों से दर्शन का विशेष प्रबंध किया गया है.

सुरक्षा

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सुरक्षा

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मंदिर में कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है और कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है.