अगर अपनी कुंडली के दोषों को मिटाना चाहते है, तो करें इन पौधों की पूजा, कर देगी कुंडली के सारे दोष दूर.
भारत के ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्राकृतिक पेड़ पौधे भी नवग्रह शांति के लिए अहम भूमिका निभाते है. कोई विशेष ग्रह आपको परेशान कर रहा है तो उस ग्रह के प्रिय पेड़ या पौधे की पूजा अर्चना करे. उस वक्त नवग्रह का बीज मंत्र का जाप करे.आपको वो ग्रह अच्छे परिणाम देना शुरू कर देगा.
सूर्य दोष उसकी कुण्डली में होता है, जिसका मूलांक 1 होता है. उसे आंकड़ा के पौधे की पूजा करनी चाहिए. भगवान सूर्य के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से आपके सूर्य दोष का असर कम होगा.
जिस व्यक्ति का मूलांक 2 होता है. उसकी कुण्डली में चन्द्र दोष होता है. भगवान चंद्रमा की कृपा पाने के लिए उन्हें शिव पूजा के साथ साथ पलाश के पौधे की पूजा करनी चाहिए. चन्द्र दोष वाले व्यक्ति को मन में शांति का भाव होता है.
मंगल दोष उन्हें होता है जिनका मूलांक 9 हो. इन्हे वट वृक्ष की पूजा करनी चाहिए . 11 मंगलवार इस पेड़ में जल चढ़ाये और 5 परिक्रमा करे. आपका मंगल दोष कम होगा.
बुध दोष वालो को अपामार्ग पौधे की पूजा करनी चाहिए. हर दिन 11 माला जाप बुध के बीज मंत्र का करे. 11 ब्राहमणों को भोज कराये .
गुरु दोष वालो को पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से उनके दोष का असर कम होगा.
शुक्र दोष वालो को गुलर के पौधे की आराधना करनी चाहिए. इसके साथ साथ एक माला 90 दिन तक जाप करे.
शनि दोष वाले शमी के पौधे की पूजा करे. ऐसा करने से उनके दोष का असर कम होगा.
राहू दोष से जो व्यक्ति पीड़ित है, उन्हें कुशा की जड़ में पानी डालकर पूजा करनी चाहिए. उन्हें 18 हजार पाठ राहू के बीज मंत्रो का करना चाहिए.
केतु दोष वालो को दूर्वा की पूजा करनी चाहिए. केतु के बीज मंत्र का 10,000 बार जप करे.