Jeth Amavasya Upay: कुछ दिनों में जेठ माह शुरू हो जाएगा. इस माह में शनिदेव को खुश करना आसान होता है, ऐसी मान्यता है. शनि न्याय करते हैं और इसके कभी कभी जातक को कष्ट भी झेलना पड़ जाता है. (Shani Jayanti 2024)
जेठ अमावस्या के दिन यानी 6 जून को शनि जयंती मनाई जाएगी. इस तिथि पर शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सबसे शुभ माना गया है.
वर्तमान में 5 ऐसी राशि हैं जिन पर शनि की टेढ़ी नजर है. उन राशि वालों का समय अभी के लिए बुरा चल रहा है. शनि जयंती के दिन अगर कुछ उपाय किए जाए तो बुरा समय अच्छे में बदला जा सकता है.
12 राशियों में जिन 5 राशियों पर शनि की टेढ़ी नजर है उन राशियों के जातक पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या प्रभावी है, जिससे जातक को संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है.
वर्तमान में कुंभ राशि में शनि देव विराजमान हैं और इस तरह मकर, कुंभ व मीन पर साढ़ेसाती प्रभावी है. कर्क व वृषभ राशि के जातक पर शनि की ढैय्या प्रभावी है.
साढ़ेसाती और ढैय्या से बचाव के कुछ उपाय कर सकते हैं जैसे शनि जयंती के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं. जिससे पितृ प्रसन्न होंगे और शनि की कुदृष्टि से थोड़ी राहत मिल पाएगी.
साढ़ेसाती और ढैय्या से बचाव के लिए शनि जयंती पर बजरंगबली की पूजा अर्चना करें. सुंदरकांड का पाठ करें. ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या का जातक पर प्रभाव कम होगा.
साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम करने के लिए शनि जयंती पर शनि मंदिर में सरसों के तेल शनि देव को अर्पित करें. काला तिल का दीपक प्रज्जवलित करें. शनि दोष दूर होगा.
जेठ अमावस्या की तिथि इस साल 5 जून को शाम के 6 बजकर 43 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 06 जून शाम के 07 बजकर 12 मिनट पर समाप्त हो रहा है. उदया तिथि में 6 जून को अमावस्या तिथि मानी जाएगी.
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और माध्यमों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को मानने से पहले अपने विशेषज्ञ की सलाह ले लें.