Uttarakhand Global Summit 2023: वर्ष 2018 के बाद राज्य में दूसरी बार वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. सम्मेलन की तैयारी फॉरेस्ट रिर्सच इस्टीट्यूट में चल रही है. इस निवेशक सम्मेलन में लगभग 3000 से ज्यादा उद्योगपतियों को निमंत्रण भेजा गया है. एक बार फिर उत्तराखंड को सजाया जा रहा है. अधिकारी हर छोटी बड़ी बात ध्यान दे रहे हैं. निवेशको को किसी चीज की परेशानी न उठानी पड़े इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा है.
समिट में किन मुद्दों पर बात चर्चा होगी इसको लेकर आज एक बैठक कि गई जिसमें निवेशक सम्मेलन के लिए विनिर्माण, पर्यटक एवम अतिथ्य , कल्याण एवं आयुष, हेल्थ केयर, शिक्षा ऊर्जा और रियल स्टेट क्षेत्र की पहचान की गई है.
बैठक में 200 से अधिक निवेश योग्य परियोजना तैयार की गई है. लगभग 6000 हजार एकड़ जमीन को ग्रांउडिंग के लिए चिन्हित किया गया है. बैठक में तय लक्ष्य के अनुसार 2.50 लाख करोड़ से ज्यादा का एमओयू पर साइन हो चुका है.
शासन की तरफ से वित्त एवं शहरी विकास एवं अवास मंत्री ने बताया कि यह वैश्विक निवेशक सम्मेलन राज्य के विकास को दिशा देने का कार्य करेंगी. सरकार सभी निवेशकों को अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत्न है.
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई की निवेशको को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए राज्य के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. वहीं निवेशकों से बात करके राज्य में उनके अनुकूल वातावरण बनाने का भी निर्देश दिया गया है.
सरकार अपने राज्य के सबसे बड़े संसाधन पर्यटक में निवेश कराने पर ज्यादा जोर दे रही है. इसके लिए सरकार दयारा, बुग्याल, औली और मुन्स्यारी जैसे क्षेत्रों में ज्यादा ध्यान दे रही है.
सरकार इस निवेशक सम्मेलन को लेकर इतना गंम्भीर है कि शहर में बिजली के खंभों से तार उतारे जा रहे हैं. 10 दिसंबर तक शहर की इंटरनेट ब्रॉडबैंड व स्थानीय केबल नेटवर्क की सेवाएं प्रभावित रहेंगी.
शहर की बिजली प्रभावित होने की वजह से सोमवार से ही आरटीओ कार्यालय में कामकाज ठप पड़ा है. वाहन ट्रांसफर, परमिट, फिटनेस, संबंधी कार्य प्रभावित हो रहे हैं. लाख कोशिश करने के बाद भी काम नहीं हो रहा है.