पैन आयकर विभाग की तरफ से जारी होने वाली 10 अंक की एक विशिष्ट संख्या है. इसमें अंकों के साथ अंग्रेजी अक्षरों को भी से शामिल किया जाता है. यह संख्या भारतीय करदाताओं को विशिष्ट रूप से जारी की जाती है.
केंद्र सरकार ने पैन 2.0 के तहत क्यूआर कोड आधारित प्रणाली लागू की है. पैन जारी करने की मौजूदा प्रणाली को और बेहतर बनाने के मकसद से यह योजना लाई गई है. अश्विनी वैष्णव ने बताया, पुराने पैन कार्ड में सुरक्षा की खामियां थीं. जिसके चलते फ्रॉड के ममले बढ़ रहे थे. पैन कार्ड से व्यक्ति की पहचान भी चोरी हो रही थी. साथ ही पुराने कार्ड को ऑपरेट करने वाले सॉफ्टवेयर भी 15 से 20 साल पुराने हैं. जिससे कई बार परेशानी होती है.
नहीं, नई व्यवस्था शुरू होने पर भी मौजूदा पैन कार्ड वैध बने रहेंगे. जब तक नया कार्ड नहीं बन जाता, ये कार्ड काम करते रहेंगे. पैन 2.0 बनने के बाद नए कार्ड का इस्तेमाल अनिवार्य होगा.
नहीं, अगर आप पुराने कार्ड को ही अपडेट करा रहे हैं तो PAN नंबर वही रहेगा. लेकिन पहली बार पैन कार्ड बनवाने पर पैन 2.0 के साथ नया पैन नंबर मिलेगा.
नहीं, जिन लोगों के पास पहले से पैन कार्ड हैं उनको नए कार्ड के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी. हां अगर कार्ड से संबंधित जानकारियों में कोई बदलाव होना है तो पैन 2.0 कार्ड के लिए आवेदन करना होगा.
इसको लाने का मकसद नकली कार्ड की पहचान आसान हो जाएगी और इनकम टैक्सपेयर्स एक से ज्यादा पैन कार्ड नहीं रख पाएंगे. नई व्यवस्था के तहत जारी होने वाले पैन कार्ड क्यूआर कोड से लैस होंगे. जिससे कार्ड पर दर्ज डिटेल्स का वेरिफिकेशन डिजिटल माध्यम से किया जा सकेगा.
1. फर्जी कार्ड नहीं बन पाएगा, धोखाधड़ीके मामले रुकेंगे. 2. कार्ड का आपकी सहमति या जानकारी के बिना दुरुपयोग नहीं हो पाएगा. 3. पैन कार्ड में आपकी जानकारी अपडेट हो जाएगी. 4. ऑनलाइन वेरीफिकेशन होने से हर जगह पैनकार्ड की पूरी डिटेल नहीं देनी होगी. 5. मॉस्क आधार कार्ड की तरह ऐसा ही पैन कार्ड होगा. यानी आपका पैन कार्ड नंबर नहीं दिखेगा.
पैन 2.0 पुराने पैन कार्ड से अलग होंगे. इसमें डिजिटल कार्ड बनेगा. अभी तक पैन से संबंधित सर्विस ई फाइलिंग पोर्टल, यूटीआईआईटीएसएल पोर्टल और प्रोटीन ई-गवर्नेंस पोर्टल पर हैं लेकिन पैन 2.0 के लागू होने पर ये सभी सेवाएं एक पोर्टल पर होंगी.
अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है तो आप इनम टैक्स की ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए अप्लाई सकते हैं. पैन 2.0 को इनकम टैक्स, UTIITSL और NSDL की ऑफिशियल वेबसाइट से डाउनलोड कर पाएंगे. यह पीडीएफ फॉर्मेट में मिलेगा. इसे आप मोबाइल में सेव कर रख सकते हैं.
पैन 2.0 में क्यूआर कोड का फीचर जोड़ा गया है. अभी तक आपका नाम, पैन नंबर कार्ड पर दिखते हैं लेकिन पैन 2.0 में यह क्यूआर कोड में छिपा रहेगा.