आजमगढ़ पुलिस ने एक ऐसे साइबर क्राइम का खुलासा किया है, जिसे जानकर आप भी दंग रह जाएंगे. यदि आप कस्टमर केयर में फोन लगाते हैं तो सावधान. कुछ बातों का ख्याल रखें. पढ़ें पूरी खबर
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वेदेन्द्र प्रताप शर्मा/आजमगढ़ : मुबारकपुर थाना क्षेत्र के निवासी रविकांत यादव ने विगत 23 अगस्त को साईबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई कि मेरे मोबाइल नंबर पर एयर लाइन्स कस्टमर केयर से काल आई. कॉल करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने बताया कि तुम्हारी फ्लाइट कैंसिल हो गयी है. इसके बाद उसने मदद के बहाने मुझसे मेरे मोबाईल फोन में ऐनीडेस्क ऐप्स डाउनलोड कराकर मेरे बैंक खाते से तीन लाख पचास हजार रूपये निकाल लिया. पीड़ित की शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी एवं आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य के निर्देशानुसार टेक्नोलॉजी की मदद करते हुए विवेचना शुरू की गई.
विवेचना में झारखंड के दुमका व देवघर जिले में सक्रिय साइबर गैंग के तीन अभियुक्तों के नाम सामने आए. अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए साइबर क्राइम थाना आजमगढ़ टीम को रवाना किया गया. झारखंड पहुंची पुलिस ने इस घटना में शामिल अंतर्राज्यीय साइबर गैंग के अभियुक्त कलाम अंसारी, ग्राम रघुआडीह व राजा रजवार ग्राम गायीनंडीह सलदाह थाना खागा जिला देवघर तथा मोहम्मद राजा अंसारी निवासी इंद्रानगर पुराना दुमका थाना टाउन जिला दुमका, झारखण्ड को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया. शनिवार को गिरफ्तार अभियुक्तों के साथ जनपद पहुंची पुलिस द्वारा अभियुक्तों से पूछताछ की गयी.
इसमें पता चला कि अभियुक्त कलाम अंसारी व राजा रजवार सोशल मीडिया पेज पर विभिन्न कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर फीड कर देते हैं. जिससे जब लोग गूगल पर कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर सर्च करते हैं तो इनके द्वारा फीड नंबर लोगों को सबसे पहले दिखते हैं. इसके बाद ये सब कस्टमर की हेल्प करने के बहाने रिमोट सपोर्ट ऐप्स (एनीडेस्क,टाइमवीवर) लोगों से डाउनलोड कराकर उनके बैंक खातों से रूपये दूसरे किसी के बैंक खातों में ट्रान्सफर कर निकाल लेते हैं.
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अभियुक्त मोहम्मद राजा अंसारी लोगों से धोखे से पासबुक व एटीएम कार्ड प्राप्त कर इन लोगों को देता था, जिसमें पैसे ट्रान्सफर कर ये सब आपस में बांट लिया करते थे. पकड़े गये आरोपियों के कब्जे से 3 मोबाइल फोन, 3 एटीएम कार्ड तथा 8 मोबाइल फोन सिमकार्ड बरामद किए हैं. जाहिर है कस्टमर केयर में फोन करने से पहले अधिकृत वेबसाइट या कंपनियों के वेरिफाइड फेज से ही कॉल करना चाहिए. किसी भी व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी तथा ओटीपी आदि कभी शेयर न करें.
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