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पवन सेंगर/लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूर्वांचल में रोजगार बढ़ाने के लिए अलग-अलग मोर्चे पर काम कर रही है. योगी सरकार पूर्वांचल के वस्त्र उद्योग को जल्दी ही कॉमन फैसिलटी सेण्टर (सीएफसी) के रूप में रोजगार बढ़ाने का नया उपक्रम देने वाली है. इससे वाराणसी समेत पूर्वांचल के ओडीओपी में शमिल बनारसी साड़ी से जुड़े लोगों की आमदनी बढ़ेगी. आधुनिक मशीनों से कपड़ों पर प्रिंटिंग होगी, जिससे पैसा और समय दोनों बचाएगा. अनुमान है की सीएफसी के संचालन से पूर्वांचल के टेक्सटाइल इंडस्ट्री का कारोबार अगले दस साल में दोगुना हो जाएगा, जबकि एक्सपोर्ट चार गुना बढ़ने की उम्मीद है.
दरअसल बनारसी साड़ियां अपनी डिजाइन और दस्तकारी की वजह से बॉलीवुड से हॉलीवुड तक मशहूर हैं. वाराणसी में एमएसएमई के उपायुक्त मोहन शर्मा ने बताया कि नौ करोड़ चौहत्तर लाख की लागत से ODOP में शामिल बनारसी साड़ी के लिए सीएफसी (कॉमन फैसिलटी सेण्टर) का गठन होगा. इसका संचालन जल्दी शुरू होगा.
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बताया जा रहा है कि सीएफसी के संचालन से 10 साल में मौजूदा 1300 करोड़ का व्यापार 2500 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है. वहीं एक्सपोर्ट 250 करोड़ से 1100 करोड़ पहुंचने का अनुमान है. सीएफसी के संचालन से टेक्सटाइल उद्योग से जुड़े लोगों की 20 प्रतिशत तक आमदनी बढ़ने की संभावना है. इसके संचालित होने से पूर्वांचल के युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा. सीएफसी से ही प्रत्यक्ष रूप से 32 और अप्रत्यक्ष रूप से 7 से अधिक लोगो को रोजगार मिलेगा. इससे 120 परिवार के सदस्य लाभान्वित होंगे.
सीएफसी में डिजिटल और स्क्रीन पेंटिंग दोनों की योजना है. कम समय में अधिक लेटेस्ट डिजाइन की साड़ियों की प्रिंटिंग होगी, जो इंटरनेशनल स्टैंडर्ड व क्वालिटी वाली होगी. इस सेंटर पर कोई भी साड़ी पर प्रिंटिंग करा सकता है.