UP News: गोरखपुर में भगवान नरसिंह की शोभायात्रा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. आइए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा.
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गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होलिकोत्सव के पावन अवसर पर आयोजित भगवान नरसिंह की शोभायात्रा में शामिल हुए. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने प्रदेशवासियों को मंगल कामना के साथ, होली की ढेरों शुभकामनाएं दी. आइए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा.
सीएम योगी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ''होली का पावन पर्व है. मैं इस अवसर पर पूरे प्रदेश वासियों को होली की हार्दिक बधाई देता हूं. भारत की सनातन धर्म की परंपरा में पर्व और त्योहारों का आदिकाल से अपना एक विशिष्ट महत्त्व रहा है. हमारे सामाजिक जीवन और राष्ट्रीय जीवन की किसी विशिष्ट घटना को स्मरणीय बनाने और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा दाई बनाने के लिए ही ये पर्व और त्योहार, भारत की ऋषि परंपरा और मनीषियों ने इन्हें इस रूप में आयोजित किया.''
सीएम ने कहा, "होली जैसा पर्व हमेशा हमें प्रेरणा देता है. एक तरफ होलिका दहन के माध्यम से किसी भी प्रकार के राग द्वेष ईर्ष्या और अहंकार को तिलांजलि देने की प्रेरणा देता है, दूसरी तरफ रंगो भरी होली हमें आपसी बैर भाव को भुला करके सद्भाव के मार्ग पर चलने की एक नई प्रेरणा भी प्रदान करता है. ये एक विशिष्ट अवसर होते हैं, जब हमारा सब कुछ अपने देश और समाज के लिए समर्पित हो. ये पर्व और त्यौहार हम सबको यही प्रेरणा प्रदान कर रहे हैं.
सीएम योगी ने कहा कि न न इसमें जाति भेद है, न वर्ग भेद है, न क्षेत्र का भेद है. सभी लोग एक साथ मिलकर होली मना रहे हैं. इससे बड़ा एकता का संदेश देने वाला दूसरा आयोजन क्या हो सकता है. छोटे-बड़े, जवान-बुजुर्ग सभी लोग मिलकर एक साथ इस आयोजन के साथ जुड़ रहे हैं. रंग भरी होली उत्साह और परंपरा के साथ भारत की समृद्ध परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हुए हम सभी को एक नई प्रेरणा दे सके, इसको लेकर प्रदेश वासियों को मैं अपनी तरफ से शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि मैं विश्वास करता हूं कि हर कालखंड में भक्त प्रहलाद, होलिका और हिरण कश्यप जैसे लोग रहते हैं, लेकिन हमें इस बात को ध्यान में रखना होगा कि सात्विक मार्ग का अनुसरण करके समाज और राष्ट्र के लिए समर्पण का भाव हम सभी को एक अमरत्व का भाव प्रदान करता है. भक्त प्रहलाद उसके उदाहरण हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "होलिका और हिरण कश्यप जैसे राक्षसी प्रवृत्ति कभी भी विजयश्री का वरण नहीं कर सकती. ये समाज कभी भी उसे स्वयं के आदर्श के रूप में स्वीकार नहीं कर सकता है. होली जैसा पर्व बसंत पंचमी और नई फसल आगमन की भी हमें नई प्रेरणा दे रहा है. ये हमारी खुशहाली और समृद्धि का भी प्रतीक है. हमें पूरा विश्वास है कि पूरे प्रदेशवासी होली पर्व की पवित्रता को बनाए रखते हुए आपसी एकता और सद्भाव के साथ इन आयोजनों के साथ जुड़ेंगे. प्रदेशवासियों को होली की मंगलमय शुभकामनाएं"