हिजाब विवाद: 'लड़कियां बेपर्दा घूमेंगी तो आवारगी बढ़ेगी' सपा सांसद बर्क से लेकर फिरंगी महली तक मुस्लिम नेताओं ने क्या प्रतिक्रिया दी?
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हिजाब विवाद: 'लड़कियां बेपर्दा घूमेंगी तो आवारगी बढ़ेगी' सपा सांसद बर्क से लेकर फिरंगी महली तक मुस्लिम नेताओं ने क्या प्रतिक्रिया दी?

Shafiqur Rahman Barq on Hijab Ban Verdict: हिजाब को लेकर सपा सांसद बर्क ने विवाद बयान दिया है. 

फाइल फोटो.

Hijab Ban Case: कर्नाटक हिजाब विवाद मामले पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) अपना अंतिम फैसला नहीं सुना पाया है. सुप्रीम कोर्ट के दोनों जजों की राय अलग-अलग थी. ऐसे में अब मामला चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पास जाएगा. वहीं, हिजाब मामले पर मुस्लिम धर्मगुरुओं और अन्य नेताओं की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क (SP MP Shafiqur Rahman Barq on Hijab) ने इस मामले पर विवादित बयान दे डाला है. उन्होंने कहा कि बेपर्दा रहने पर आवारगी बढ़ती है. मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली का भी हिजाब विवाद मामले में बयान सामने आया है. 

बेपर्दा रहने पर बढ़ती है आवारगी: सपा सांसद बर्क 
अक्सर विवादों में रहने वाले सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा, "बीजेपी माहौल बिगाड़ रही है. लड़कियां बेपर्दा घूमेंगी तो इससे आवारगी बढ़ेगी." उन्होंने कहा कि हिजाब पर बैन लगता है तो न सिर्फ इस्लाम को बल्कि समाज को भी नुकसान होगा. जिसने हिजाब के पक्ष में फैसला दिया है मैं उसको मानता हूं. बर्क ने कहा कि कर्नाटक सरकार इस पर भले ही हिजाब पर बैन लगा रही है, लेकिन यह हमारा मजहबी और इस्लाम का मामला है. इस्लाम कहता है कि हमारे बच्चों को पर्दे में रहना चाहिए. हिजाब बहुत सी बुराइयों से अलग कर देता है और यही बुराइयों से बचने का रास्ता भी है. 

मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने दी प्रतिक्रिया 
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने भी इस मामले में बयान दिया है. उन्होंने कहा," आज हिजाब मामले पर सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने कहा है राइट टू एजुकेशन, राइट टू चॉइस बच्चों की अपनी चॉइस है कि वह सर कवर करें या ना करें. पोशाक को लेकर एजुकेशन के रास्ते में कोई रुकावट नहीं डालनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का हम स्वागत करते हैं. हम लोग अगली अदालत से अपील करते हैं कि हिजाब मामले में मजहबी एंगल भी देखा जाए. कुरान में अल्लाह ने कहा है कि बच्चियां घर से बाहर निकलें, तो सिर को ढकें. हिजाब को रोकने के लिए किसी कानून में नहीं लिखा है. ना ही किसी को रोकने का अधिकार है."

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सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच के फैसला का इंतजार करना चाहिए: कांग्रेस सांसद 
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि हिजाब एक संवेदनशील मामला है. बेवजह की बयानबाजी से बचना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच के फैसला का इंतजार करना चाहिए. वहीं, सपा सांसद बर्क के बयान को लेकर कहा कि शफीकुर्रहमान जैसे लोग सिर्फ उलूल-जुलूल बकते हैं. उनका बयान या हरियाणा के मंत्री अनिल विज का बयान सिर्फ सुर्खियों के लिए हैं. 

बता दें कि अनिल विज ने कहा, "जिन पुरुषों का महिलाओ को देखकर मन मचलता था उन्होंने ही महिलाओं को हिजाब डालने के लिए मजबूर किया. आवश्यकता तो अपने मन को मजबूत करने की थी. परंतु सजा महिलाओं को दी गई उनको सिर से लेकर पांव तक डाक दिया. यह सरासर नाइंसाफी है. पुरुष अपना मन मजबूत करे और महिलाओ को हिजाब से मुक्ति दें"

स्कूल की ड्रेस कोड को फॉलो करना चाहिए: धर्मपाल सिंह
वहीं, अल्पसंख्यक मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, "देश में हिजाब को लेकर बहस चल रही है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. हिंदुस्तान में कोई भी किसी भी मजहब का हो उसे अपने मुताबिक कपड़ा और ड्रेस पहनने की आजादी है." उन्होंने आगे कहा कि कर्नाटक के मामले में स्कूलों का ड्रेस कोड होता है और उस स्कूल की ड्रेस कोड को फॉलो करना चाहिए. 

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