इस समय सावन का पवित्र महीना चल रहा है. आज सावन की शिवरात्रि है. सावन की शिवरात्रि पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व है..मंदिरों में बम-बम बोले के जयकारे सुनाई दे रहे हैं. ये महीना भगवान भोले को समर्पित होता है.
उबले दूध से न करें शिवलिंग का अभिषेक आज शिवरात्रि है तो शिवजी का अभिषेक करते हुए ध्यान रखें कि दूध उबला हुआ न हो. उबले हुए दूध से शिवलिंग का अभिषेक ना करें. सदैव ठंडे जल और कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए.
नहीं चढ़ाएं हल्दी भगवान शिव को हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है. हल्दी का संबंध भगवान विष्णु और सौभाग्य से है, इसलिए यह शिव को नहीं चढ़ता है. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपकी राशि का चंद्रमा कमजोर होने लगता है.
शिवलिंग को न चढ़ाएं तुलसी भगवान विष्णु ने तुलसी को पत्नी रूप में स्वीकार किया है. इसलिए तुलसी से शिव जी की पूजा नहीं की जाती है. इसलिए ध्यान रहे भोले बाबा को तुलसी नहीं चढ़ाए.
तांबे का ही होना चाहिए बर्तन भगवान शिव को जल चढ़ाते इस बात का ध्यान रखें कि जिस बर्तन से जल चढ़ा रहे हैं वो तांबे का होना चाहिए. शिवलिंग पर जल तांबे के लोटे से चढ़ाया जाता है. दूध पीतल के लोटे से चढ़ाया जाता है.
शिवजी को नहीं चढ़ाएं तिल ऐसा कहा जाता है कि तिल या तिल जैसी वस्तु भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न मानी जाती है. इसलिए इसे भगवान शिव को नहीं चढ़ाते हैं.