आईपीएस वृंदा शुक्ला ने यूपी की चित्रकूट जेल से विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी और ड्राइवर को गिरफ्तार किया था. हरियाणा से ताल्लुक रखने वाली वृंदा साल 2014 में आईपीएस अफसर बनी थीं. इनकी पढ़ाई-लिखाई हरियाणा के कार्मल कॉन्वेंट और कॉन्वेंट ऑफ जीजस एंड मैरी स्कूल से हुई. इसके बाद इन्होंने पुणे में स्थित महिंद्रा यूनाइटेड वर्ल्ड कॉलेज ऑफ इंडिया से आगे की पढ़ाई की. इसके बाद लंदन जाकर इन्होंने स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड सोशल साइंस उच्च शिक्षा प्राप्त की. वृंदा 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं.
लक्ष्मी सिंह साल 2000 बैच की आईपीएस अफसर हैं. आईपीएस लक्ष्मी सिंह लखनऊ रेंज की आईजी रह चुकी हैं. आईपीएस लक्ष्मी सिंह को साल 2016 में पुलिस मेडल दिया गया था. इसके अलावा उन्हें साल 2020 में सिल्वर और साल 2021 में गोल्ड मेडल से नवाजा गया था. लक्ष्मी सिंह के पति राजेश्वर सिंह लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं. राजेश्वर सिंह ईडी के अधिकारी रह चुके हैं.
आईएएस अनन्या सिंह प्रयागराज से आती हैं. प्रयागराज के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की. इसके बाद सीआईएससीई बोर्ड से दसवीं और बारहवीं कक्षा में जिले में टॉप किया. इसके बाद दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. साल 2019 में महज 22 साल की उम्र में इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की. यूपीएससी की परीक्षा में इन्होंने 51वां स्थान प्राप्त किया था. परीक्षा परिणाम आने के बाद हर कोई इनकी तारीफ कर रहा था.
सौम्या अग्रवाल साल 2008 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. इन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 24 प्राप्त की थी. साल 2008 में सौम्या को कानपुर में सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया गया था. साल 2021 में इन्हें बस्ती का डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनाया गया था. इसके बाद इन्हें 7 जून 2022 को बलिया का जिलाधिकारी बनाया गया था.
माला श्रीवास्तव जिलाधिकारी के तौर पर उत्तर प्रदेश के कई जिलों जैसे बस्ती, बहराइच, औरैया की कमान संभाल चुकी हैं. माला साल 2009 बैच की आईएएस अफसर हैं. साल 2022 में इन्हें रायबरेली जिले का डीएम बनाया गया था.
श्रुति शर्मा साल 2011 बैच की आईएएस अफसर हैं. श्रुति शर्मा को साल 2020 में बलरामपुर जिले का जिलाधिकारी बनाया गया था. इसके बाद साल 2022 में इन्हें फतेहपुर जिले का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया था.