Akhilesh Yadav : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से राहत मिली है. केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) की क्लोजर रिपोर्ट को शीर्ष अदालत ने स्वीकार कर लिया है.
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Akhilesh Yadav : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है. जबकि केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और उनके भाई प्रतीक यादव को राहत मिल गई है. आय से अधिक संपत्ति मामले में CBI की क्लोजर रिपोर्ट मंजूर करते हुए सुनवाई बंद की गई है. सुप्रीम कोर्ट ने अखिलेश यादव और दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव से जुड़े आय से अधिक संपत्ति के मामले में, जांच बंद किए जाने से जुड़ी CBI की रिपोर्ट की एक कॉपी की मांग करने वाले याचिकाकर्ता की याचिका खारिज कर दी है.
हालांकि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 5 दिसंबर 2022 को केस बंद करने से इनकार किया था. अदालत ने कहा था कि वो तय करेगा कि सुनवाई बंद की जाए या नहीं. अखिलेश यादव के परिवार के वकील कपिल सिब्बल ने मामले की सुनवाई बंद करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि 2019 में सीबीआई हलफनामा दाखिल कर कह चुकी है कि केस की जांच वो बंद कर चुकी है. अब मामले में कुछ नहीं बचा है. याचिकाकर्ता कांग्रेस नेता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने कहा था कि ये सीबीआई की नियमावली के खिलाफ है. मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि मुलायम सिंह दुनिया में नहीं रहे, लेकिन परिवार के दूसरे जनों पर भी केस है, लिहाजा हम मामले की सुनवाई करेंगे.
अखिलेश यादव के पक्ष में यह फैसला ऐसे वक्त आया है, जब भ्रष्टाचार औऱ गुंडाराज को लेकर उनकी पूर्ववर्ती सरकार को लेकर हमले तेज हुए हैं. हाल ही में यूपी विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना पूर्व सीएम का नाम लिए इंग्लैंड में होटल औऱ ऑस्ट्रेलिया में द्वीप वाली बात कही थी. इसको भी अखिलेश से जोड़कर देखा गया था. इसका अखिलेश यादव ने जवाब भी दिया था.
अखिलेश यादव इन दिनों यूपी के बाहर कर्नाटक, गुजरात और अन्य राज्यों में दौरे कर रहे हैं और 2024 के चुनाव के पहले ताकत बढ़ाने में जुटे हैं. अखिलेश यादव इन दिनों यूपी के बाहर कर्नाटक, गुजरात और अन्य राज्यों में दौरे कर रहे हैं और 2024 के चुनाव के पहले ताकत बढ़ाने में जुटे हैं. 2014 से लगातार चार चुनावों में हार के बीच सपा सुप्रीमो अपनी पार्टी की ताकत बढ़ाने में जुटे हैं. इस बीच नगर निकाय चुनाव के सेमीफाइनल का मुकाबला भी आ गया है, जहां उन्हें शहरी क्षेत्रों में मजबूत बीजेपी से सीधी टक्कर लेनी है.
अखिलेश यादव अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद लगातार दूसरे क्षेत्रीय क्षत्रपों से बातचीत कर रहे हैं. माना जा रहा है कि अखिलेश स्वयं को उसी भूमिका में लाना चाहते हैं जैसे कि उनके पिता ने गैर कांग्रेस और गैर भाजपा वाले दलों के बीच निभाई थी.
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