UP MLC Election: यूपी में विधान परिषद की कुल 100 सीटें है.... इनमें 13 एमएलसी सीटों पर चुनाव के लिए नामांकन 9 जून तक दाखिल किए जाएंगे... 10 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 13 जून तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में दो सीटों के लिए आधा दर्जन दावेदार हैं. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के सामने संकट की स्थिति पैदा हो गई है कि वो किसको टिकट दें और किसको न दें. सपा से एमएलसी चुनाव (MLC Election) के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम तय हो गया है. स्वामी प्रसाद मौर्य सात जून यानी आज नामांकन कर सकते हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के अलावा, सपा सोबरन सिंह यादव का भी विधान परिषद में जाना भी तय माना जा रहा है. दो बाकी सीटों के लिए भी आधा दर्जन से ज्यादा सपा नेता दावेदार हैं. इनमें हाल तक विधान परिषद में रहे सपा नेता भी शामिल हैं. बता दें कि 6 जुलाई को यूपी विधान परिषद के 13 सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है, जिसके लिए 20 जून को चुनाव होना है.
ओपी राजभर के बेटे को मिल सकता है टिकट
समाजवादी पार्टी की सहयोगी दल सुहेवदेव भारतीय समाज पार्टी को भी एक सीट मिलना तय माना जा रहा है. सुभासपा ने ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को टिकट दिलाने के लिए मजबूत वकालात की. इसके अलावा सहारनपुर के पूर्व विधायक इमरान मसूद, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री बलराम यादव, अम्बिका चौधरी,राजपाल कश्यप, पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह, संजय लाठर और सुनील साजन भी रेस में शामिल हैं.
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स्वामी को अपने साथ रखना चाहती है सपा
बात अगर स्वामी प्रसाद मौर्य की बात करे तो सपा किसी न किसी रूप में उन्हें अपने साथ जोड़कर रखना चाहती है. स्वामी प्रसाद मौर्य को विधान परिषद में भेजेगी जहां वह सरकार को घेरने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
पिछली योगी सरकार में मंत्री थे स्वामी प्रसाद मौर्य
गौरतलब हो कि स्वामी प्रसाद मौर्य पिछली योगी सरकार में मंत्री थे. चुनाव के समय भारतीय जनता पार्टी को छोड़ कर सपा में आए थे. सपा ने कुशीनगर की फाजिलनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया लेकिन वह हार गए. जिसके बाद अब वह उच्च सदन में जाने की तैयारी में हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य को राज्यसभा भेज कर अखिलेश यादव गैर-यादव ओबीसी समुदाय को साधने की कोशिश करेंगे.
बीजेपी को छोड़ते हुए स्वामी ने कहा था कि वह नेवला हैं और प्रदेश में आरएसएस और बीजेपी नाम के सांप को खत्म करके ही दम लेंगे. वहीं मैनपुरी की कहरल सीट से कई बार विधायक चुने गए यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए अपनी सीट छोड़ी थी. अब सपा उनको विधान परिषद भेजकर उनका धन्यवाद करना चाहती है.
नामांकन की आखिरी तारीख 9 जून
यूपी विधान परिषद (UP Legislative Council) की 13 सीटों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 9 जून है. इसके बाद 10 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी, तो 13 जून तक नाम वापस लिए जा सकते हैं. वहीं, 20 जून को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदन होगा. काउनंटिग इसी दिन शाम पांच बजे से की जाएगी.
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