लखीमपुर में देश का इकलौता मंदिर, यहां मेंढक पर विराजमान भोले बाबा, महाशिवरात्रि पर लगेगा मेला

Shailjakant Mishra
Feb 18, 2025

मेंढक मंदिर

उत्तर प्रदेश में एक ऐसा मंदिर है, जहां भगवान शिव मेंढक की पीठ पर विराजमान हैं. इसे मेंढक मंदिर भी कहा जाता है.

मेंढक की पूजा

यूं तो कई मंदिर हैं, जहां जानवरों की पूजा होती है लेकिन इस मंदिर में मेंढक की पूजा की जाती है.

कहां है?

यह देश का एकमात्र मेंढक मंदिर माना जाता है. जो लखीमपुर-खीरी जिले के ओयल कस्बे में स्थित है.

200 साल पुराना

बताया जाता है कि मंदिर करीब 200 साल पुराना है. मान्‍यता है कि प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए इस मंदिर का निर्माण कराया गया था.

किसने बनवाया?

चाहमान वंश के राजा बख्श सिंह ने ही इस मंदिर का निर्माण कराया था.

आकर्षक वास्तु शैली

इस मंदिर की वास्तु संरचना अपनी विशेष शैली की वजह से सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है.

शिवलिंग बदलता है रंग

इस मंदिर की पहचान देश के अन्य शिव मंदिरों से अलग है. इसकी खासियत है कि यहां शिवलिंग रंग बदलता है.

खड़े नंदी की मूर्ति

यहां खड़ी नंदी की मूर्ति किसी दूसरी जगह नहीं देखने को मिलेगी.

शिव भक्तों का लगता तांता

शिवरात्रि और सावन में यहां शिवभक्त दूर दूर से भगवान शिव का जलाभिषेक करने आते हैं.

कहां है स्थित

लखीमपुर से 11 किलोमीटर दूर ओयल में यह मंदिर स्थित है. लखीमपुर से बस या टैक्सी से आप यहां जा सकते हैं.

डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. जी यूपीयूके इसकी पुष्टि नहीं करता है.