एनआरआई सोसाइटी संत प्रेमानंद महाराज के पदयात्रा को लेकर बैकफुट पर आ गई है. सोसायटी को लोगों ने अपनी गलती मानते हुए प्रेमानंद महाराज से माफी मांग ली है.पहले की तरह ही यात्रा शुरू करने की मांग की है.
ऐसे में फिर से संत प्रेमानंद महाराज की रात्रिकालीन पदयात्रा शुरू हो सकती है. और वृंदावन में राधे नाम की गूंज फिर से सुनाई देगी.
बता दें कि श्रीकृष्ण शरणम् स्थित आवास से रमणरेती स्थित श्री राधा केलि कुंज आश्रम तक संत प्रेमानंद महाराज रात 2 बजे पदयात्रा करते थे.
इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु सड़क पर उनके दर्शन पाने के लिए खड़े रहते थे. लेकिन इस पदयात्रा को लेकर एनआरआई सोसाइटी ने भीड़ और शोरगुल का हवाला देते हुए विरोध किया था.
जिसके बाद प्रेमानंद महाराज ने पदयात्रा को अनिश्चितकालीन के लिए बंद करने का निर्णय लिया था. हालांकि, सोसयटी के लोगों ने माफी मांगते हुए फिर से यात्रा शुरू करने की अपील की है.
एनआरआइ ग्रीन कॉलोनी सोसायटी अध्यक्ष के अध्यक्ष 16 फरवरी को संत से मिलने उनके आश्रम पहुंचे. संत प्रेमानंद से मुलाकात कर कहा, किसी यू-ट्यूबर के बहकावे में आकर सोसायटी के लोगों ने विरोध किया था.
उन्हें जब से पता चला कि विरोध के कारण आपने पदयात्रा स्थगित करने के साथ रास्ता बदल दिया है, तो बहुत दुखी हैं। सभी चाहते हैं आप इसी रास्ते से रात्रिकालीन पदयात्रा निकालें.
इस पर संत प्रेमानंद ने कहा कि बृजवासी उनके आराध्य हैं. वे उन्हें दुख नहीं पहुंचा सकते. यात्रा फिर से शुरू होगी, इसमें कोई संदेह नहीं है. इस पर संत प्रेमानंद ने कहा, हमारा किसी से विरोध नहीं है.
हमारी पदयात्रा से किसी को दुख पहुंचा था. इस बात की जानकारी होने पर हमने निर्णय लिया और रास्ता बदला दिया. हमारे अंदर किसी के प्रति कोई नाराजगी नहीं है. आप आनंदित रहो, यात्रा दोबारा निकलेगी...