Cigarette Addiction: सिगरेट पीने वाले अलग-अलग तरह के बहाने बनाते हैं, लेकिन, सिगरेट का आनंद कब लत में बदल जाता है इसका पता नहीं चल पाता है. कुछ लोगों को तो लत इतनी ज्यादा लग जाती है कि इसके बिना रह नहीं पाते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आखिर किसी इंसान को चाय पीने की लत लग जाती है. इसके पीछे क्या साइंस है?
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Cigarette Addiction Reason: कभी टेंशन की बात तो कभी दोस्तों का साथ.. सिगरेट पीने वाले अलग-अलग तरह के बहाने बनाते हैं और सिगरेट को एंजॉय करते हैं. लेकिन, सिगरेट पीने का आनंद कब लत में बदल जाता है इसका पता नहीं चल पाता है. कई लोग काफी सिगरेट पीने के बाद भी कहते हैं कि मुझे लत नहीं लगी है. सिगरेट की लत एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो लाखों लोगों को प्रभावित करती है. पीने वालों के साथ-साथ उनके आसपास रहने और गुजरने वाले लोगों को भी गंभीर समस्या उत्पन करती है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि सिगरेट पीने की लत लगने के पीछे का कारण क्या है और क्यों इसे छोड़ना इतना मुश्किल होता है?
सिगरेट पीने की लत क्यों लग जाती है?
सिगरेट की लत (Cigarette Addiction) लगने की सबसे बड़ी वजह निकोटीन है. निकोटीन, तंबाकू में मौजूद एक तत्व है जो मस्तिष्क के काम करने के तरीके को बदल देती है. सिगरेट में मौजूद निकोटीन एक बेहद नशे की लत पैदा करने वाला पदार्थ है जो दिमाग में डोपामाइन के स्तर को बढ़ाकर आनंद की अनुभूति कराता है.समय के साथ, मस्तिष्क निकोटीन की लत लग जाती है और ज्यादा से ज्यादा तंबाकू का सेवन करने की जरूरत महसूस होने लगती है. इसीलिए, सिगरेट छोड़ना इतना मुश्किल होता है.
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निकोटीन का दिमाग पर प्रभाव
डोपामाइन का स्तर: निकोटीन दिमाग में डोपामाइन के स्तर को बढ़ाकर आनंद की अनुभूति कराता है. यह एक प्राकृतिक रिवॉर्ड सिस्टम है जो हमें सुखद अनुभवों को दोहराने के लिए प्रेरित करता है.
न्यूरोट्रांसमीटर: निकोटीन अन्य न्यूरोट्रांसमीटरों को भी प्रभावित करता है, जैसे कि ग्लूटामेट और GABA, जो मूड, चिंता और तनाव को नियंत्रित करते हैं.
रिसेप्टर्स: बार-बार सिगरेट पीने से दिमाग में निकोटिन रिसेप्टर्स की संख्या बढ़ जाती है, जिससे शरीर को निकोटीन की अधिक मात्रा की आवश्यकता होती है.
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सिगरेट की लत के अन्य कारण
मनोवैज्ञानिक कारण: तनाव, चिंता, उदासी, एकांतवास, सामाजिक दबाव आदि भी सिगरेट की लत का कारण बन सकते हैं.
आदत: सिगरेट पीना एक आदत बन जाती है, जैसे कि खाना खाना या सोना.
सामाजिक दबाव: दोस्तों या परिवार के सदस्यों का सिगरेट पीना भी एक व्यक्ति को सिगरेट पीने के लिए प्रेरित कर सकता है.
सिगरेट छोड़ने के फायदे
स्वास्थ्य में सुधार: सिगरेट छोड़ने से फेफड़े स्वस्थ होते हैं, दिल की बीमारी का खतरा कम होता है, और कैंसर का खतरा भी कम होता है.
जीवन शक्ति में वृद्धि: सिगरेट छोड़ने से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ महसूस होता है.
आर्थिक लाभ: सिगरेट पर होने वाला खर्च बच जाता है.
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सिगरेट छोड़ने के तरीके
निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी: पैच, गम या नाक की स्प्रे के रूप में निकोटीन लेने से निकोटीन की लालसा को कम किया जा सकता है.
दवाएं: डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएं निकोटीन की लालसा को कम करने और धूम्रपान छोड़ने में मदद कर सकती हैं.
व्यवहार थेरेपी: काउंसलिंग या समूह चिकित्सा के माध्यम से धूम्रपान छोड़ने के तरीकों को सीखा जा सकता है.
स्वस्थ आदतें: व्यायाम, योग, ध्यान और स्वस्थ आहार सिगरेट छोड़ने में मदद कर सकते हैं.
सिगरेट छोड़ना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन यह संभव है. अगर आप सिगरेट छोड़ना चाहते हैं, तो एक डॉक्टर या किसी स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लें. वे आपको एक व्यक्तिगत योजना बनाने में मदद कर सकते हैं.
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