Mumbai Earthquake: एक फिल्म का डायलॉग है, ये मुंबई है, यहां सब बदल जाएगा लेकिन दरिया वही रहेगा. मुंबई का समंदर जितना खूबसूरत और शांत लगता है, वह उतनी ही ज्यादा तबाही भी ला सकता है. मुंबई में एक से बढ़कर एक इमारतें हैं. आबादी 1.2 करोड़ से ज्यादा है. डेटा को देखें तो मुंबई पर भूकंप का खतरा बहुत ज्यादा है. मुंबई सेस्मिक जोन-3 में आता है, यानी भूकंप का खतरा है. तटीय शहर होने के कारण सुनामी से भी इनकार नहीं किया जा सकता. तो अगर मुंबई में कभी सुनामी आई तो कैसा होगा शहर का नजारा. एंटीलिया जैसी इमारतों पर कैसा असर पड़ेगा, इसकी खौफनाक तस्वीरें AI ने दिखाई हैं. चलिए आपको बताते हैं.
मुंबई के पश्चिमी तट पर जनसंख्या बहुत ज्यादा है, जिस कारण यह इलाका ज्यादा संवेदनशील है. जबकि पूर्वी तट अपने मैंग्रोव और नमक क्षेत्रों के कारण अधिक सुरक्षित माना जाता है. लेकिन आईआईटी बंबई की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी हिस्सा भूकंप के प्रति ज्यादा संवेदनशील है.
मुंबई के दक्षिणी हिस्से में भारत के सबसे रईस शख्स में से एक मुकेश अंबानी का एंटीलिया भी आता है, जो समुद्री तट से 1.7 किलोमीटर ही दूर है. अगर कभी सुनामी आई तो मुंबई शहर ही नहीं एंटीलिया पर भी असर जरूर पड़ेगा. हो सकता है एंटीलिया के निचले हिस्सों में पानी भर जाए.
1618 में जब पुर्तगालियों का राज था, तब शहर में बहुत तेज भूकंप आया था, जिसमें 20 हजार लोग मारे गए थे. तब आबादी सिर्फ 2 लाख थी. तब से लेकर अब तक मुंबई में 20 से ज्यादा भूकंप आ चुके हैं, जिनकी तीव्रता 4 से ज्यादा थी.
यानी आगे अगर कभी समंदर को गुस्सा आया तो भारी तबाही मच सकती है. वैसे भी मुंबई शहर जरा सी मॉनसून की बारिश में ही डूब जाता है तो जरा सोचिए कि अगर सुनामी और भूकंप आया तो क्या हाल होगा. शायद मरने वालों का आंकड़ा बहुत ज्यादा हो सकता है.
शहर के निचले हिस्सों में पानी भर सकता है. यातायात चरमरा सकता है. कई सरकारी इमारतों और रिहायशी इलाके डूब सकते हैं. मुंबई की लाइफलाइन लोकल ट्रेनों के स्टेशनों और पटरियों पर पानी भर सकता है. एआई की तस्वीरों में आप खौफनाक मंजर देख सकते हैं. वैसे भी जापान में जब सुनामी आई थी, तब शहर में हाहाकार मच गया था. तो जरा सोचिए कि मुंबई का हाल बड़ी सुनामी में कैसा होगा.
ट्रेन्डिंग फोटोज़