Notre-Dame de Paris France: फ्रांस की राजधानी पेरिस में बना नोट्रे-डेम डे पेरिस चर्च (Notre-Dame de Paris) का निर्माण करीब 800 साल पहले किया गया था. हालांकि इस चर्च में एक ऐसी चीज रखी हुई है, 200 साल पुरानी है.
नोट्रे-डेम डे पेरिस चर्च (Notre-Dame de Paris) में रखी 2 हजार साल पुरानी चीज ‘क्राउन ऑफ द थोर्न्स’ (Crown of the Thorns) यानी ‘कांटों का ताज' है. इसे ईसाई समुदाय के लिए अमूल्य धरोहर माना जाता है. पिछली कई सदी से फ्रांस के तमाम राजा इसकी रक्षा करते रहे हैं.
ईसाई धर्म की मान्यताओं के मुताबिक रोमन सैनिकों ने जब ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया था तो उन्हें यही ताज पहनाया गया था. इस ‘क्राउन ऑफ द थोर्न्स’ (Crown of the Thorns) को हर साल गुड फ्राइडे वाले दिन आम लोगों के दर्शनों के लिए खोला जाता है. दुनियाभर से हजारों लोग उसे देखने के लिए पेरिस पहुंचते हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक ‘क्राउन ऑफ द थोर्न्स’ छठी शताब्दी में यरुशलम से कांस्टेंटिनॉपल यानी इस्तांबुल पहुंचा. वहां पर बाइजेंटाइन राजा इसे अपने प्राइवेट चर्च में रखते थे. आर्थिक संकट शुरू होने पर बाइजेंटाइन साम्राज्य ने 12वीं शताब्दी में उसे वेनिस के एक व्यापारी के यहां गिरवी रख दिया. इसके बाद उस व्यापारी ने इसे फ्रांस के राजा लुई (नौवें) को बेच दिया.
‘क्राउन ऑफ द थोर्न्स’ यानी कांटेदार ताज को जब वेनिस से पेरिस लाते वक्त भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था. सम्राट लुई खुद नंगे पैर उसे रिसीव करने पहुंचा था. उसे पहले रॉयल पैलेस में रखा गया. फ्रांसीसी क्रांति (French Revolution) के दौरान उसके लुटने का डर फैल गया था. लेकिन राजशाही ने क्राउन समेत अहम चीजों को सेंट डेनिस चर्च (Saint-Denis) को देकर उसे बचा लिया.
इस कांटों के ताज यानी ‘क्राउन ऑफ द थोर्न्स’ को चर्च में लाने के बाद उस पर सोने की कारीगरी की गई. उसके नीचे एक मखमली गद्देदार तकिया लगा है. उसे गोल कांच के अंदर सुरक्षित रखा गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक यह कांटों का ताज नोट्रे डेम चर्च के भीतर एक खुफिया तिजोरी में रखा जाता है. इस ताज की सुरक्षा में 12 हार्ड हमेशा तैनात रहते हैं. इसके अलावा खुफिया विभाग के लोग भी उसकी 24 घंटे निगरानी करते हैं.
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