क्या होती है शनि की साढ़ेसाती, ऐसे कम कर सकते हैं प्रभाव
Zee News Desk
Feb 12, 2025
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि देव न्याय का देवता माना गया है जो जातक के कर्मो के आधार पर उन्हें फल देते हैं.
शनि ग्रह 30 साल में सुर्य का एक चक्कर पूरा करता है और ज्योतिष शास्त्र इस पूरे 360 डिग्री को 12 राशियों में बाटता है.
इस हिसाब से शनि ग्रह एक राशि में ढाई साल तक यात्रा करता है.
शनिदेव जब किसी राशि के दूसरे और 12वें भाव में रहते हैं तो उस राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है.
साढ़ेसाती में ढाई-ढाई साल के तीन चरण होते हैं. इस तरह से साढ़ेसाती की पूर्ण अवधि साढ़े सात साल की होती है.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, शनि की साढ़ेसाती के दौरान जातक को इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
जातक को अनुशासन में रहना चाहिए और मनमानी से बचना चहिए.
जातक को याद रखना चाहिए कि उससे कोई गलत काम ना हो.
कछुए की चाल से मंजिल की और बढ़ते रहें, शॉर्टकट का सहारा ना लें.
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