चरणामृत और पंचामृत में क्या अंतर होता है, 99 लोगों का नहीं पता होगा जवाब

Zee News Desk
Feb 17, 2025

घर में पूजा पाठ हो या मंदिर में, आरती के समापन के बाद प्रसाद के साथ चरणामृत या पंचामृत बांटा जाता है.

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि चरणामृत और पंचामृत में क्या अंतर होता है, चलिए जानते हैं.

अकाल मृत्युहरणं, सर्व व्याधि विनाशनम्। विष्णो पादोदकं पीत्वा पुनर्जन्म न विद्यते ।।

इसका मतलब है कि भगवान विषणु के चरणों का जल पापों का नाश करने वाला है, जो भी चरणामृत का सेवन करता है उसका पुनर्जन्म नहीं होता है.

कैसे बनता चरणामृत?

तांबे के बर्तन में चरणामृत रूपी जल रखा जाता है जिससे उसमें तांबे के औषधीय गुण आ जाते हैं.

चरणामृत में तुलसी पता, तिल और अन्य औषधीय तत्व मिले होते है.

पंचामृत का अर्थ होता है पांच अमृत.

कैसे बनता है पंचामृत?

दूध, दही, घी, शहद और शक्कर को मिलाकर पंचामृत बनाया जाता है.

इसी पंचामृत से भगवान का अभिषेक किया जाता है.

पांच चीजों के मिश्रण तैयार पंचामृत कई रोगों में लाभदायक होता है तथा मन को शांत करता है.

Disclaimer:

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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