13 की उम्र में ब्रह्मचारी बन गए थे प्रेमानंद महाराज, कई दिन रहे भूखे

Shraddha Jain
Mar 03, 2024

वृंदावन के संत

राधारानी के परमभक्‍त वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद जी महाराज के सत्‍संग में देश-विदेश से लोग आते हैं.

प्रेमानंद महाराज

सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज के सत्‍संग के वीडियो खूब देखे जाते हैं.

कानपुर में जन्‍म

उत्तर प्रदेश के कानपुर में ब्राह्मण परिवार में जन्‍मे प्रेमानंद जी महाराज का नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे है.

अध्‍यात्‍म का मार्ग

भक्तिभाव वाले परिवार में जन्‍मे प्रेमानंद महाराज ने बहुत कम उम्र से ही धर्म-अध्‍यात्‍म का मार्ग अपना लिया था.

गीता पाठ

जब वह 5वीं क्‍लास में पढ़ते थे, तभी से भगवत् गीता का पाठ करने लगे थे.

घर का त्‍याग

इसके बाद 13 साल की उम्र में उन्‍होंने ब्रह्मचारी बनने का निर्णय ले लिया और घर का त्‍याग कर दिया.

संन्‍यासी जीवन

संन्‍यासी बनने के बाद प्रेमानंद जी महाराज वाराणसी आ गए और लंबे समय तक रहे.

भूखे बिताए दिन

इस दौरान वे माधुकरी (भिक्षा) मांगकर ही गुजारा करते थे. भिक्षा ना मिलने पर उन्‍हें कई दिन भूखा रहना पड़ता था.

गंगाजल

इसके चलते प्रेमानंद महाराज कई बार केवल गंगाजल पीकर ही पूरा दिन निकाल देते थे.

VIEW ALL

Read Next Story