होलिका दहन में क्यों भूनी जाती हैं जौ की बालियां, 99% लोगों को नहीं पता होगा जवाब

Zee News Desk
Feb 18, 2025

गुरुवार 13 मार्च को होलिका दहन होगा और शुक्रवार 14 मार्च को रंग वाली होली खेली जाएगी.

यह रंगों का त्योहार देश विदेश में अपने अपने अंदाज में मनाया जाता है.

इस दिन सभी गिले सिकवे दूर करके रंग लगाकर एक दूसरे को गले लगाने की परम्परा है.

रात को होलिका दहन होता है और कई लोग गेंहु, जौ, गन्ना आदि को होलिका की आग में भूनते हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि होलिका की आग में अनाज की बालियां क्यों भूनी जाती हैं.

होलिका दहन के समय जौ की बालियां भूनना फसल की खुशियों का संदेश माना जाता है.

इसके अलावा भुने हूए जौ की बालियों का एक एक दाना घर से सभी सदस्यों को प्रसाद के रूप में दिया जाता है.

होली की आग ठंडी पड़ते ही फसल पर सुनहरापन छाने लगता है और लोग फसलों को काटना शुरु कर देते हैं.

यह अग्नि को नये अनाज का भोग लगाने का भी एक तरीका है.

Disclaimer-

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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