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New Law for Handguns: अमेरिका में सामूहिक फायरिंग और इनसे हो रही बेगुनाहों की मौत से परेशान लोगों को राष्ट्रपति जो बाइडन ने बड़ी राहत दी है. उन्होंने शनिवार को बंदूक हिंसा विधेयक (Gun Violence Bill) पर हस्ताक्षर किए. बताया जा रहा है कि यह कानून अमेरिका में बढ़ते हैंडगन कल्चर को रोकेगा और सामूहिक गोलीबारी की घटनाओं पर लगाम लगेगी. यह खबर इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि दो दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने न्यूयॉर्क के उस कानून को रद्द कर दिया था, जिसमें बंदूक के इस्तेमाल को कई तरह से प्रतिबंधित किया गया था.
बाइडन ने इस मौके पर व्हाइट हाउस में गोलीबारी पीड़ितों के परिवारों का हवाला देते हुए कहा कि, ‘उन्होंने हमे कुछ करने का मैसेज दिया था, अच्छी बात ये है कि आज हमने इसे कर दिखाया है. हालांकि इस बिल में अभी वो सब नहीं है जो मैं चाहता था, लेकिन यह लोगों की जान बचाने में काफी मदद करेगा.’ बता दें कि गुरुवार को सीनेट से पारित होने के बाद सदन ने शुक्रवार को इस बिल को अंतिम मंजूरी दे दी और बाइडन ने यूरोप में दो शिखर सम्मेलनों में शामिल होने के लिए अमेरिका से निकलने से पहले इस विधेयक पर साइन कर दिया.
यह कानून सबसे कम उम्र के बंदूक खरीदारों के बैकग्राउंड को चेक करने का अधिकार देगा. ऐसे लोग जो घरेलू हिंसा में शामिल हैं उनसे फायरआर्म्स वापस लेने का अधिकार देगा. यह कानून राज्यों को लाल झंडा कानून बनाने में मदद करेगा जो अधिकारियों के लिए खतरनाक माने जाने वाले लोगों से बंदूक वापस लेने का अधिकार देगा. इस कानून में 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर का भी फंड रखा गया है, इसका इस्तेमाल सामूहिक फायरिंग जैसे मामलों को रोकने के लिए मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के आयोजन में किया जाएगा. इस तरह के कार्य़क्रम शुरुआत में न्यूटाउन, कनेक्टिकट, पार्कलैंड, फ्लोरिडा और अन्य जगहों पर किए जाएंगे जहां बड़े पैमाने पर गोलीबारी हुई और जान भी गई.
अमेरिका में गोलीबारी के मामले पिछले 6 महीनों में काफी बढ़े हैं. 4 दिन पहले वॉशिंगटन डीसी में हुई फायरिंग से पहले एक हफ्ते में ही कई जगह सामूहिक फायरिंग हुई और इसमें करीब 8 लोगों की जान चली गई. हाल ही में शिकागो में 5 जगह गोली चली थी, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी. पिछले हफ्ते रविवार को लॉस एंजेलिस में एक पार्टी के दौरान हुई गोलीबारी में 3 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले मई में गोलीबारी के कई मामले सामने आए. एक हॉस्पिटल में फायरिंग से 3 लोगों की मौत हो गई थी. उससे पहले एक स्कूल में हुई गोलीबारी में 19 बच्चों समेत 21 लोगों को मौत हुई थी. उससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं.