Eating food in Bhandara: शुभ काम हो या पूजा पाठ हिंदू धर्म में भंडारे का आयोजन किया जाता है. सनातन धर्म में ही नहीं बल्कि सिख धर्म में भी लंगर रखा जाता है. लंगर या भंडारे का खाना प्रसाद होता है. इसलिए इसे खाना अच्छा और लाभदायक माना जाता है. आपने भी अपने जीवन में अक्सर चलते-फिलते भंडारा खाया ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर किसी को भंडारा नहीं खाना चाहिए. आज हम आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि किन लोगों को भंडारा नहीं खाना चाहिए.
हर किसी को क्यों नहीं खाना चाहिए भंडारा...
शास्त्रों के अनुसार भंडारे को उन लोगों के लिए कराया जाता है, जो लोग के वक्त का खाना नहीं खा पाते हैं. वहीं यदि कोई समर्थ व्यक्ति भंडारे में भोजन करता है, तो ऐसा माना जाता है कि उसने किसी गरीब व्यक्ति का हक मारा है. क्योंकि भंडारे का उद्देश्य उन लोगों का पेट भरना होता है जो गरीब हैं और जिन्हें भोजन नहीं मिल पाता है. शास्त्रों के अनुसार भंडारे में किसी काबिल व्यक्ति के यहां खाना खाना किसी गरीब या जरूरतमंद का हिस्सा हड़पना समझा जाता है. शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना उस व्यक्ति के लिए अशुभ साबित हो सकता है. यदि कोई समर्थ व्यक्ति भंडारे में जाकर भोजन करता है, तो वह पाप का भागी बनता है.
होगा है अशुभ...
शास्त्रों के अनुसार जो समर्थ व्यक्ति भंडारे में खाना खाता है उसके जीवन में समस्या शुरू हो जाती है. ऐसे व्यक्ति के घर में अन्न का अभाव पड़ने लगता है. ऐसा भी माना जाता है कि किसी काबिल व्यक्ति के भंडारे में रखा अन्न खाने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. इससे आपको आर्थिक तंगी आणि शुरू हो जाती है.
Disclaimer
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.