बदायूं. बहुजन समाज पार्टी ने आरोप लगाए हैं कि समाजवादी पार्टी हिंदू-मुस्लिम की आबादी देखकर टिकट बांटती है. सोमवार को एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती कहा कि आपको जो फ्री में थोड़ी बहुत खाद्य सामग्री दी जा रही है, यह मोदी सरकार या बीजेपी की जेब से नहीं दी जा रही है, बल्कि आप लोग जो टैक्स देते हैं, उससे मिल रही है.
'गरीबों की जटिल समस्या देश में हर हाथ को काम देने से हल होगी'
मायावती ने कहा है कि यह नहीं सोचना है कि हमने नमक खाया है. यह तो आपका अपना ही नमक है. वैसे भी गरीब लोगों की जटिल समस्या देश में हर हाथ को काम देने से हल होगी. हमारी पार्टी अपने बलबूते दमदारी से चुनाव लड़ रही है. टिकट वितरण में सर्व समाज को भागीदारी दी है. सपा हिंदू-मुस्लिम की आबादी देखकर टिकट देती है. यह उनका चरित्र है.
'टिकट देने के मामले में हम पक्षपात नहीं करते'
मायावती ने कहा कि बदायूं जिले में अल्पसंख्यक कितनी भी संख्या में क्यों न हो, उनके परिवार का ही चुनाव लड़ेगा. टिकट देने के मामले में हम पक्षपात नहीं करते हैं. कांग्रेस की हालत ठीक नहीं है. इनकी सरकारों में दलित, पिछड़ों, बाबा साहब की उपेक्षा की गई. यही कारण है कि कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई.
केंद्र सरकार पर लगाए आरोप
मायावती ने केंद्र सरकार की मुफ्त अनाज योजना को छलावा बताते हुए कहा कि जनता इससे प्रभावित न हो क्योंकि यह अनाज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जेब से नहीं बल्कि खुद गरीब जनता की गाढ़ी कमाई से दिया जा रहा है. लोगों को यह सोचने की ज़रूरत नहीं है कि यह कोई कर्ज है जिसे चुकाना होगा. बीजेपी ने भी जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण कर दिया है. पिछले कुछ वर्षों में मुसलमानों और धार्मिक अल्पसंख्यकों की तरक्की रुक गई है और हिंदुत्व की आड़ में अत्याचार और उत्पीड़न चरम पर है.
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