गाजियाबाद: लड़की ने खुद को बचाने के लिए बिजनेसमैन को रेप केस में फंसाया, करोड़ों की मांग-पुलिसकर्मी साथ, केस दोबारा खुला तो खुली सच्चाई

Businessman Fake Rape Case in GZB: जब केस की दोबारा जांच हुई तो पता चला कि ये रेप केस फेक है. बताया गया कि लड़की कारोबारी के गाजियाबाद स्थिक ऑफिस में काम करती थी. वह एक बार बॉस के फ्लैट में स्पाई कैमरा लगाते हुए पकड़ी गई थी. साथ ही उसने कंपनी में फाइनेंशियल फ्रॉड भी किया था.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Nov 14, 2024, 01:14 PM IST
  • छूठा केस लगाकर 5 करोड़ मांगे
  • लड़की 22 हफ्ते की प्रेग्नेंट थी
गाजियाबाद: लड़की ने खुद को बचाने के लिए बिजनेसमैन को रेप केस में फंसाया, करोड़ों की मांग-पुलिसकर्मी साथ, केस दोबारा खुला तो खुली सच्चाई

Ghaziabad News:  यूपी के गाजियाबाद में एक फेक रेप का मामला सामने आया है, जिसमें पुलिसकर्मियों पर भी आरोप हैं. पुलिस ने सही से जांच ना करते हुए एक कारोबारी को जेल भेजने में जल्दी की. साथ ही आरोपी लड़की से मिलीभगत व 32 लाख रुपए बिजनेसमैन की पत्नी से ऐंठने का मामला सामने आया है.

दरअसल, दिल्ली की एक लड़की ने गाजियाबाद के अपने पूर्व बिजनेसमैन बॉस पर रेप की FIR दर्ज कराई. लड़की की उम्र 22 साल थी, जब वह गाजियाबाद की लॉजिस्टिक कंपनी में 18 हजार रुपये की नौकरी करती थी. तो उसने दिल्ली के थाना बुराड़ी में 4 फरवरी 2023 में बिजनेसमैन पर रेप और धमकाने का आरोप लगाते हुए जीरो FIR दर्ज कराई. इसमें कुल मौके ऐसे बताए गए, जब लड़की ने कहा कि उसके बॉस ने उसके साथ हथियार के बल पर रेप किया.

10 मई 2022, 16 जून 2022,  13 अक्टूबर 2022 और 14 दिसंबर 2022, ये वो तारीखें हैं, जिनपर लड़की ने कहा कि उसके साथ गलत काम हुआ. वहीं, इनमें से एक तारीख पर कारोबारी देश से बाहर थाईलैंड था, जिसके सबूत भी उसने पुलिस को दिए, लेकिन दिल्ली पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस को जैसे ही मामला ट्रांसफर किया, तो यूपी पुलिस ने 33 मिनट में ही FIR दर्ज करली. कारोबारी की बात नहीं सुनी गई और उसे डासना जेल भेज दिया गया.

95 दिनों बाद जेल से छूटकर आए बिजनेसमैन ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र से मुलाकात की और तब पूरा मामला बताने पर केस की दोबारा जांच दोपनीय तरीके से कराई गई. बता दें कि 19, मार्च 2023 को कौशांबी पुलिस ने कारोबारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जहां 21, जून 2023 को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बेल मिली.

अब जब केस की दोबारा जांच हुई तो पता चला कि ये रेप केस फेक है. बताया गया कि लड़की कारोबारी के गाजियाबाद स्थिक ऑफिस में काम करती थी. वह एक बार बॉस के फ्लैट में स्पाई कैमरा लगाते हुए पकड़ी गई थी. साथ ही उसने कंपनी में फाइनेंशियल फ्रॉड भी किया था.

सबसे बड़ी बात- वह प्रेग्नेंट थी
लड़की 22 हफ्ते की प्रेग्नेंट थी, वह वो बच्चा नहीं चाहती थी. लेकिन रेप पीड़िता को ही बच्चा गिराने की परमिशन है तो उसने बॉस पर आरोप लगा दिया रेप करने का. इससे उसने सोचा कि वह स्पाई कैमरा लगाने के मामले व  फाइनेंशियल फ्रॉड के मामले में भी बच जाएगी, क्योंकि वह बॉस के खिलाफ उल्टा मामला दर्ज करा देगी, जिससे एक तीर से दो निशाने लग जाएंगे. साथ ही उसने रेप का आरोप लगाकर 5 करोड़ रुपये मांगे. वहीं, पुलिस ने मामले सेटल करने के लिए 50 लाख मांगे. कारोबारी को जेल हुई तो धाराएं कम कराने आदि के लिए उसकी पत्नी से लाखों वसूल किए.

कुछ मीडिया रिपोर्ट कहती हैं कि युवती अपने बॉयफ्रेंड से प्रेगनेंट थी. बेहतर इन्वेस्टिगेशन नहीं करने पर 2 इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिसकर्मी दोषी पाए गए हैं. बिजनेसमैन का ऑन रिकॉर्ड सालाना टर्नओवर 150 करोड़ है.

पुलिस ने माना कि लड़की सेक्सटॉर्शन गैंग चलाती है. इसमें उसका परिवार भी शामिल है. जहां पुलिस ने लड़की द्वारा किए गए अपराधों में मामला दर्ज कर उसे 10, मई 2024 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. साथ में लड़की की मां, पिता और भाई को जेल भेजा गया. बता दें कि लड़की का अबॉर्शन दिल्ली में हुआ था. उसका भ्रूण का DNA सैंपल कलेक्ट किया गया था, लेकिन समय पर लैब में ना ले जाने के कारण सैंपल खराब हो गया. इसपर कारोबारी ने कहा कि पुलिस ने जानबूझकर इसमें देरी की, क्योंकि वह उसके DNA से मैच ही नहीं करता, क्योंकि उसे फंसा गया था.

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