नई दिल्ली: Agniveer Yojana Change: लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को हरियाणा, वेस्ट यूपी और राजस्थान की शेखावाटी में भारी नुकसान हुआ. इसका सबसे बड़ा कारण अग्निवीर या अग्निपथ योजना को माना जा रहा है. अब केंद्र सरकार अग्निवीर योजना का रिव्यू कर रही है. जैसे ही PM इटली की यात्रा से लौटेंगे, उनके सामने 17-18 जून को अग्निवीर में किए जाने वाले बदलावों को लेकर प्रजेंटेशन रखा जाएगा.
ये बदलाव हो सकते हैं
1. अग्निवीरों का चार साल का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है.
2. अधिक नौजवानों को भर्ती किया जा सकता है.
3. 25 फीसदी रिटेंशन की लिमिट को बढ़ाया जा सकता है.
4. शहीद या घायल होने पर मिल सकती है सहायता राशि.
5. जवानों और अग्निवीरों की छुट्टियों में होने वाले अंतर को खत्म किया जा सकता है.
JDU ने की थी बदलाव की मांग
भाजपा के सहयोगी जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने अग्निवीर योजना में बदलाव करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि अग्निवीर योजना का काफी विरोध हुआ. लोकसभा चुनाव में इसका प्रभाव देखने को मिला. इस पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने आगे कहा कि मैं ये योजना खत्म करने के लिए नहीं कह रहा, लकिन चुनाव में विपक्षी दलों ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था.
राजनाथ सिंह ने कही थी ये बात
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान एक इंटरव्यू में अग्निवीर योजना में बदलाव करने की बात कही थी. उन्होंने कहा था अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित करना सरकार का दायित्व है, यदि फिर भी जरूरत पड़ी तो हम इसमें बदलाव के लिए भी तैयार हैं.
गोरखा सैनिक फिर भर्ती हो सकते हैं
भारत की सेना में नेपाल के सैनिक भी हैं. ये गोरखा रेजिमेंट में हैं. लेकिन जब से अग्निवीर योजना आई है, तब से नेपाल के गोरखा सैनिकों की भर्ती नहीं हुई है. गोरखा रेजिमेंट में पहले 90 फीसदी सैनिक नेपाली और 10 फीसदी भारतीय होते थे. अब ये रेशियो 60-40 का हो गया है. यदि अग्निवीर योजना में बदलाव होते हैं, तो संभव है कि एक बार फिर नेपाली सैनिक भारतीय सेना की भर्ती में हिस्सा लेंगे.
ये भी पढ़ें- RSS ने राजीव-इंदिरा को दिया था समर्थन! क्या अब मोदी-शाह की BJP से बढ़ेंगी दूरियां?
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.