नई दिल्लीः इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन कर रहे छात्रों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. पिछले दिनों इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर की शिक्षा की फीस बढ़ाई गई है.
छात्र ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
फीस वृद्धि के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे छात्र अजय यादव सम्राट ने बताया कि आंदोलन कर रहे छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन वहां छात्रों को एक कमरे में बैठा दिया गया और पुलिस बुलाकर उन्हें गिरफ्तार करा दिया गया.
'प्रशासन को अंतिम चेतावनी, आर-पार की होगी लड़ाई'
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार छात्रों के साथ हर कदम पर छलावा कर रहा है और अगर फीस वृद्धि वापस नहीं हुई तो अब इसका अंजाम विश्वविद्यालय प्रशासन भुगतने के लिए तैयार रहे. उन्होंने कहा कि यह अंतिम चेतावनी है और अब इसकी लड़ाई आर-पार की होगी.
'बर्बरतापूर्वक की गई छात्रों की गिरफ्तारी'
छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन एक तरफ वार्ता करने का रास्ता खोलता है तो दूसरी तरफ प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर देता है, जब छात्र वार्ता के लिए जाते हैं तो उनको पुलिस प्रशासन की ओर से बर्बरता पूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया.
उन्होंने कहा कि अगर फीस वृद्धि वापस नहीं हुई तो विश्वविद्यालय में जो भी घटना होगी, उसकी जिम्मेदारी कुलपति, रजिस्ट्रार, डीएसडब्ल्यू, कुलानुशासक और प्रोफेसर मनमोहन कृष्णा की होगी.
यादव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए छात्रों में हरेंद्र यादव, राहुल पटेल, सुधीर यादव, संदीप वर्मा, चंद्रशेखर अधिकारी, विनोद पटेल, यशवंत, अजय पांडेय, अनुराग, आनंद, राहुल सरोज, मनजीत पटेल, अमित पांडेय शामिल हैं.
25 दिनों से चल रहा छात्रों का प्रदर्शन
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र पिछले 25 दिनों से फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर की शिक्षा की फीस प्रति छात्र 975 रुपये प्रतिवर्ष थी जिसे हाल ही में बढ़ाकर 4,151 रुपये प्रति वर्ष कर दिया गया है.
यह भी पढ़िएः रोजगार के मोर्चे पर अच्छी खबर, सितंबर में घटी बेरोजगारी दर
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.