नई दिल्ली. चीन की सरकार ने भारत के बाजार से प्रतिबन्धित होने के बाद अब भारतीयों पर अपना गुस्सा निकालने की कोशिश की है. सही बात भी है भारत की जनता अब चीनी माल को देश के कोने कोने से और अपनी जिन्दगी से भी लगातार बेदखल करती जा रही है. इससे हताश होकर चीन सरकार ने अपने हैकरों को 34 करोड़ भारतीयों के पीछे लगा दिया है.
दस जून से शुरू कर दिया है हमला
चीन की सरकार ने अपने हैकर्स को करोड़ों भारतीयों के पीछे छू कर दिया है. परिणामस्वरूप चीनी हैकर्स ने भारतीयों के ईमेल और मोबाइल पर ऑनलाइन हमला करना शुरू कर दिया है. इस काम में भले ही चीनी हैकर्स को अपेक्षित सफलता मिल न सकी हो लेकिन पिछले एक महीने से चीनी हैकरों की ऑनलाइन बमबारी लगातार जारी है.
लद्दाख सैन्य-गतिरोध का परिणाम
भारत-चीन की लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे सैन्य-गतिरोध के दौरान ही चीन की हताशा का ऑनलाइन मुजाहिरा शुरू हो गया था जब चीन ने अपने हैकर्स के माध्यम से भारत पर धुआंधार ऑनलाइन बमबारी शुरू कर दी थी. चीनी हैकरों ने एक से 10 जून के दौरान दस दिनों में दस करोड़ भारतीयों को ईमेल पर और चौबीस करोड़ लोगों को मोबाइल पर थ्रेट मैसेज भेजे. इन फर्जी संदेशों के माध्यम से कंप्यूटर और मोबाइलों में सुरक्षित डेटा को हानि पहुंचाने और नेट बैंकिंग में सेंधमारी करने की कोशिश की गई हैं जो कि लगातार आज तक चल रही हैं.
भारतीयों के ईमेल व मोबाइल नंबर चुराये
चीनी हैकरों ने चीन के विभिन्न एपों के माध्यम से भारतीयों के ईमेल व मोबाइल नंबर चुराये हैं. इतना ही नहीं ये जानकारी भी मिली है कि चीनी हैकरों ने बड़ी संख्या में कोरोना वायरस से जुड़े मैसेज भेजे गए हैं. जब लोगों ने दी गई लिंक को क्लिक किया तो लोगों का कंप्यूटर रिकॉर्ड ही गायब हो गया. इतना ही नहीं लोगों को ठगने के लिये इनाम जीतने और लॉटरी निकलने के आकर्षक मैसेज और ईमेल भी भेजे गए हैं.
ये भी पढ़ें. घर का भेदी ट्रम्प को डराये, भतीजी ट्रम्प का विष वमन