नई दिल्ली. भारत में यह खुशखबरी इस तरह से भी है कि यह एक आम आदमी की पहुँच के भीतर की दवा है. सन फार्मा कम्पनी ने कोरोना मरीरों के लिए लांच की अपनी इस दवा का नाम फेवीपीरविर की बजाए रखा है फ़्लूगार्ड.
सिर्फ 35 रुपए की है ये कोरोना टैबलेट
सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज ने भारत के आम लोगों के लिए इस कोरोना टैबलेट की कीमत कम रख कर भारत की कोरोना से जंग के समर्थन में एक बहुत सराहनीय कदम उठाया है. इस भारतीय कोरोना दवा की कीमत किसी के लिए भी सीमा से अधिक की नहीं है क्योंकि फ़्लूगार्ड को आप सिर्फ 35 रुपये में खरीद सकते हैं.
हलके और मध्यम लक्षणों का निदान
सन फार्मा ने कोरोना संक्रमण के निदान हेतु बनाई गई अपनी दवा फेविपिराविर (200 mg) को नए ब्रांड नाम दे कर फ्लूगार्ड के नाम से बाजार में उतरा है. कम्पनी की कोरोना दवा फ़्लू गार्ड हल्के से लेकर मध्यम लक्षण वाले कोरोना संक्रमण के रोगियों की चिकित्सा के काम आती है. इस दवा को मात्र पैंतीस रुपये प्रति टैबलेट की कीमत पर कम्पनी ने बाजार में उतारा है.
एकमात्र स्वीकृत ओरल मेडिसिन है फ़्लूगार्ड
सन फार्मा की कोरोना दवा फ़्लूगार्ड अर्थात फेविपिराविर भारत में हलके लक्षणों वाले कोरोना रोगियों के लिए अधिकृत एकमात्र ओरल एंटी-वायरल दवा है. इस दवा कम्पनी के सीईओ कीर्ति गानोरकर की मानें तो देश में अब कोरोना वायरस के पचास हजार से अधिक मामले रोज़ सामने आ रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को रोगियों की चिकित्सा हेतु अधिक विकल्प उपलब्ध कराने की ज़रूरत है.