पेड़ों की 3 सबसे अजीब प्रजातियां, एक को तो छूने भर से जल जाता है शरीर

पेड़-पौधे लंबे समय से इस धरती में हैं. इनकी कई प्रजातियां होती हैं. माना जाता है कि धरती में 3 लाख करोड़ पेड़ हैं, जिनमें से अबतक 73 हजार प्रजातियों को पहचाना गया है. इनमें से कुछ पेड़ इंसानों के लिए बेहद खतरनाक भी साबित हो सकते हैं. 

नई दिल्ली: दुनियाभर में पेड़-पौधों की कई सारी प्रजाती होती है. माना जाता है कि धरती में 3 लाख करोड़ पेड़ हैं, जिनमें से अबतक 73 हजार प्रजातियों को पहचाना गया है. हजारों अभी खोजने बाकी हैं. 'रिमार्केबल ट्रीज' नाम की एक किताब में लेखक टोनी किर्कहम और क्रिस्टीना हैरिसन ने पेड़ों की 3 आश्चर्यजनक प्रजातियों पर प्रकाश डाला है. इनमें से एक प्रजाति इंसानों के लिए खतरनाक होती है. 

 

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मैंचिनील पेड़: मैंचिनील पेड़ स्पर्ज परिवार का सदस्य है. ये प्रजाति दुनिया के सबसे खतरनाक पेड़ों में से एक है. मैंचिनल का दूधिया रस इसके तने या शाखाओं से टपकता है. इसमें मौजूद तत्व त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं. स्किन के संपर्क में आते ही ये रस छाले और जलन पैदा कर सकते हैं. गलती से भी इसका रस आंखों में पड़ने से ये अस्थायी अंधापन पैदा कर सकता है. 

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बारिश में गलती से भी इस पेड़ के नीचे खड़ा होना खतरनाक हो सकता है. रस से दूषित बूंदें आपको नुकसान पहुंचा सकती है. यह पेड़ दक्षिणी उत्तरी अमेरिका कैरिबियन, मध्य अमेरिका और उत्तरी दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है. 50 फीट के इस पेड़ का फल सेब की तरह होता है. इसे 'मौत का पेड़' नाम भी दिया गया है. 

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वोलेमी पाइन: वोलेमी पाइन अराउकेरियासी का सदस्य है. यह आज से 20 करोड़ या 6.5 करोड़ साल पहले जुरासिक और क्रेटेशियस के जंगलों में पाया गया था. माना जाता है कि यह पेड़ लगभग 2 करोड़ साल पहले विलुप्त हो गया था. साल 1994 में यह पेड़ अचानक पाया गया था. इस पेड़ की छाल गांठदार होती है.  

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यह दुलर्भ पेड़ ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में ब्लू माउंटेन्स के जंगली क्षेत्रों में ही पाए जाते हैं. वोलेमी पाइन को जंगल में अवैध रूप से जाने वाले लोगों और पेड़ों को होने वाली बीमारियों से खतरा है. इन पेड़ों को विलुप्त होने से बचाने के लिए अभियान भी चलाया जा चुका है. 

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कोको डे मेर: कोको डे मेर पाम केवल प्रेस्लिन और क्यूरिस के कुछ जगहों पर जंगली रूप से पाया जाता है. इनमें विशाल, प्लेटेड और पंखों के आकार के पत्ते होते हैं. इस पेड़ का बीज दुनिया में सबसे बड़ा और भारी होता है. इस पेड़ को लेकर अलग-अलग तरह की कहानियां है.

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एक कहानी के अनुसार यह पेड़ हिंद महासागर के तल के नीचे उगता है. माना जाता था कि नर पेड़ तूफानी रातों में खुद को उखाड़ लेते हैं और मादा पेड़ों को खोजने के लिए चलते हैं और उन्हें गले लगाते हैं ताकि उनके बड़े फूलों का परागण हो सके. माना जाता है कि ऐसी घटना को देखने वाले लोग अंधे हो सकते हैं या उनकी मौत हो सकती है.