Dussehra 2024: रावण दहन के बाद घर क्यों लाई जाती है राख? जानें 3 बड़े कारण

Dusshera 2024: हिंदू पंचांग के मुताबिक रावण दहन का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 53 मिनट से शाम 7 बजकर 27 मिनट तक रहने वाला है. इस साल दशहरा 12 अक्टूबर 2024 को मनाया जा रहा है.  रावण दहन की राख को घर पर लाने की भी एक परंपरा है. इसके पीछ कई मान्यताएं जुड़ी हैं. 

नई दिल्ली: Dusshera 2024: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व यानी दशहरा आज शनिवार, 12 अक्टूबर 2024 को मनाया जा रहा है. दशहरा के दिन रावण का पुतला जलाया जाता है. वहीं इस दिन रावण दहन की राख को घर पर लाने की भी एक परंपरा है. इसके पीछ कई मान्यताएं जुड़ी हैं. 

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नई दिल्ली: Dusshera 2024: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व यानी दशहरा आज शनिवार, 12 अक्टूबर 2024 को मनाया जा रहा है. दशहरा के दिन रावण का पुतला जलाया जाता है. वहीं इस दिन रावण दहन की राख को घर पर लाने की भी एक परंपरा है. इसके पीछ कई मान्यताएं जुड़ी हैं. 

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हिंदू मान्यताओं के मुताबिक रावण का दहन प्रदोष काल में किया जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक रावण दहन का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 53 मिनट से शाम 7 बजकर 27 मिनट तक रहने वाला है. इस साल दशहरा 12 अक्टूबर 2024 को मनाया जा रहा है. 

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माना जाता है कि रावण दहन देखने के बाद उसकी राख को माथे पर तिलक के रूप में लगाने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. इसके अलावा ऐसा करने से धन का लाभ भी मिल सकता है. माना जाता है कि यह तिलक आपको बुरी नजर से भी बचा सकता है. 

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रावण दहन के बाद बची-खुची कुछ लकड़ी को उठाकर घर के किसी शुभ जगह या घर के मुख्य द्ववार पर भी रखा जाता है. ऐसा करने से भी धन का लाभ मिल सकता है. इसके अलावा आप लकड़ी को किसी तिजोरी में भी रख सकते हैं. इससे आर्थिक स्थिति ठीक होती है. 

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अगर आपके बनते हुए काम बिगड़ रहे हैं या आपके घर को किसी की बुरी नजर लग गई है तो इसके लिए रावण दहन की राख को अपने घर के चारों तरफ घुमाकर बाहर फेंक दें. माना जाता है कि ऐसा करने से नजर दोष दूर होता है. इससे घर में हो रही कई समस्याएं भी दूर हो सकती हैं.  

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Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.