नई दिल्लीः IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच रांची में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में ध्रुव जुरेल में लाजवाब बल्लेबाजी करते हुए 4 छक्कों और 6 चौकों की मदद से 90 रनों की पारी खेली. ध्रुव जुरेल की यह शानदार पारी ऐसे वक्त में देखने को मिली, जब टीम संघर्ष के दौर से गुजर रही थी और बड़े से बड़े बल्लेबाज अंग्रेजों की गेंदबाजी के आगे चीत हो गए. ऐन वक्त पर ध्रुव ने टीम की कमान संभाली और 90 रन बनाए.
ध्रुव जुरेल ने खेली अर्धशतकीय पारी
मुकाबले में ध्रुव जुरेल का जब अर्धशतक पूरा हुआ, तो उन्हें सैल्यूट मारते देखा गया. इसके पीछे की वजह है, उनके पिता. दरअसल, ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह भारतीय सेना में थे और कारगिल युद्ध का हिस्सा रहे हैं. ध्रुव के पिता फौज में हवलदार के पद से रिटायर हुए. नेम सिंह ध्रुव को कतई क्रिकेटर बनाना नहीं चाहते थे. वे चाहते थे कि उनका बेटा बड़ा होकर उन्हीं की तरह सेना में आए और देश की सेवा करे.
मां गहने बेच खरीदी थी किट
लेकिन ध्रुव जुरेल ने तो कुछ अलग ही सपना देख रखा था और उनके इस सपने के आगे पिता की कुछ नहीं चली. ऐसा कहा जाता है कि पिता नेम सिंह बेटे को क्रिकेट से इतना दूर रखना चाहते थे कि उन्होंने ध्रुव को किट खरीदने तक का पैसा नहीं दिया. बाद में ध्रुव की मां ने अपने गहने बेचकर उन्हें क्रिकेट किट दिलाई थी.
13 साल की उम्र में छोड़ा आगरा
ध्रुव के क्रिकेटर बनने का नशा ऐसा था कि महज 13 साल की ही उम्र में उन्होंने आगरा से नोएडा का रुख कर लिया था. रिपोर्ट्स की मानें, तो शुरुआत में कुछ समय के लिए उनकी मां भी उनके साथ नोएडा रही थीं. टीम इंडिया के लिए ध्रुव जुरेल का यह दूसरा टेस्ट मैच था. उन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में राजकोट में डेब्यू किया था और 46 रन बनाए थे.
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