World Championship में मीराबाई चानू ने रचा इतिहास, कलाई में लगी चोट फिर भी जीता सिल्वर मेडल

Mirabai Chanu Won Silver in World Championship: कलाई में चोट के कारण अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकी लेकिन इसके बावजूद यहां विश्व चैंपियनशिप में कुल 200 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक जीतने में सफल रही.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 7, 2022, 02:58 PM IST
  • कलाई में चोट के बावजूद उठाया 200 किलो वजन
  • ओलंपिक के लिये वर्ल्ड चैम्पियनशिप में हिस्सा लेना जरूरी
World Championship में मीराबाई चानू ने रचा इतिहास, कलाई में लगी चोट फिर भी जीता सिल्वर मेडल

Mirabai Chanu Won Silver in World Championship: भारतीय वेटलिफ्टिंग स्टार और ओलंपिक में देश के लिये गोल्ड सिल्वर जीतने वाली मीराबाई चानू ने विश्व चैम्पियनशिप में इतिहास रच दिया है. जहां पर गोल्ड जीतने की कगार पर खड़ी मीराबाई चानू की कलाई में चोट लगी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 200 किग्रा का वजन उठाकरक देश के लिये सिल्वर मेडल जीत लिया. टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता चानू ने मंगलवार रात 49 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा पेश करते हुए स्नैच में 87 किग्रा जबकि क्लीन एवं जर्क में 113 किग्रा वजन उठाया. 

कलाई में चोट के बावजूद उठाया 200 किलो वजन

चीन की जियांग हुइहुआ ने कुल 206 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया. उन्होंने स्नैच में 93 जबकि क्लीन एवं जर्क में 113 किग्रा वजन उठाया. उनकी हमवतन और टोक्यो ओलंपिक चैंपियन होउ झीहुआ ने कुल 198 किग्रा (89 और 109 किग्रा) वजन उठाकर कांस्य पदक जीता. विश्व चैंपियनशिप 2017 की विजेता चानू की कलाई में सितंबर में ट्रेनिंग सत्र के दौरान चोट लगी थी. उन्होंने चोट के बावजूद अक्टूबर में राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लिया था. 

भारत के मुख्य कोच विजय शर्मा ने कहा, ‘हम इस प्रतियोगिता के लिए कोई दबाव नहीं ले रहे थे. मीरा इतना वजन नियमित तौर पर उठाती है. अब हम वजन बढ़ाना और सुधार करना शुरू करेंगे. हम चोट को लेकर अधिक कुछ नहीं कर सकते थे क्योंकि हम विश्व चैंपियनशिप से बाहर नहीं होना चाहते थे. अब हम उसकी कलाई पर ध्यान देंगे क्योंकि अगली प्रतियोगिता से पहले हमारे पास काफी समय है.’

दो प्रयासों में 111 और 113 का वजन उठाया

चानू के वर्ग में 11 भारोत्तोलकों की मौजूदगी के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी लेकिन अधिकांश भारोत्तोलकों ने अधिक जोर नहीं लगाने का फैसला किया. झीहुआ तो क्लीन एवं जर्क में अपने अंतिम प्रयास के लिए उतरी ही नहीं और कांस्य पदक से संतोष किया. राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक के बाद पहले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही चानू ने स्नैच में 84 किग्रा वजन उठाकर शुरुआत की. उन्होंने दूसरे प्रयास में 87 किग्रा वजन उठाया लेकिन यह वैध नहीं माना गया. उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में सफलतापूर्वक 87 किग्रा वजन उठाया. 

स्नैच के बाद पांचवें स्थान पर चल रही चानू ने क्लीन एवं जर्क में पहले प्रयास में 111 किग्रा वजन उठाने की कोशिश की जो सभी प्रतिस्पर्धियों के बीच सबसे अधिक वजन था. चानू के पहले प्रयास को ‘नो लिफ्ट’ कहा गया जिसे भारत ने चुनौती दी लेकिन जजों ने इस फैसले को बरकरार रखा. क्लीन एवं जर्क में विश्व रिकॉर्ड धारक चानू ने अपने अगले दो प्रयास में 111 और 113 किग्रा वजन उठाया. 

ओलंपिक के लिये वर्ल्ड चैम्पियनशिप में हिस्सा लेना जरूरी

मणिपुर की चानू का विश्व चैंपियनशिप में यह दूसरा पदक है. उन्होंने 2017 में स्वर्ण पदक जीता था. भारत के चार और वेटलिफ्टिंग एस बिंदिया रानी देवी (59 किग्रा), सी ऋषिकांत सिंह (61 किग्रा), अचिंता श्युली (73 किग्रा) और गुरदीप सिंह (+109 किग्रा) भी विश्व चैंपियनशिप में चुनौती पेश कर रहे हैं. विश्व चैंपियन 2022 पेरिस ओलंपिक 2024 की पहली क्वालीफाइंग प्रतियोगिता है. पेरिस में वेटलिफ्टिंग की सिर्फ 10 स्पर्धाएं होंगी जबकि तोक्यो खेलों में 14 स्पर्धाएं थी. 

ओलंपिक 2024 क्वालीफिकेशन नियम के अनुसार वेटलिफ्टिंग के लिए 2023 विश्व चैंपियनशिप और 2024 विश्व कप में हिस्सा लेना अनिवार्य है. इसके अलावा वेटलिफ्टिंग को 2022 विश्व चैंपियनशिप, 2023 महाद्वीपीय चैंपियनशिप, 2023 ग्रां प्री एक, 2023 ग्रां प्री दो और 2024 महाद्वीपीय चैंपियनशिप में से तीन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना होगा. क्वालीफाइंग प्रतियोगिता में वेटलिफ्टिंग के तीन र्स्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर अंतिम आकलन होगा.

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