नई दिल्लीः पिछले कुछ सालों से भारत सरकार देशभर में बिजनेस स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने का काम कर रही है. साल 2014 से पहले देश में स्टार्टअप का नाम किसी ने नहीं सुना था. भारत सरकार की ओर से साल 2016 में ऑफिशियली “स्टार्टअप इंडिया” प्रोग्राम को लॉन्च किया गया. 2014 से पहले जहां भारत में सिर्फ 350 से 400 स्टार्टअप ही हुआ करते थे लेकिन आज करीब 1.14 लाख स्टार्टअप भारत सरकार के रिकॉर्ड्स में दर्ज हैं.
हर एक स्टार्टअप कंपनी का सपना होता कि वो स्केल करे और IPO बनकर अपनी कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्टेड बनाए. लेकिन ऐसा कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि गाइडेंस के अभाव में 10 में 9 स्टार्टअप तो आगे ही नहीं बढ़ पाते और पहले ही बंद हो जाते हैं. दूसरी समस्या आती है कि एक IPO बनने के लिए कंपनी के पास सही जानकारी और संसाधन मौजूद नहीं होते हैं. इन दो समस्याओं के चलते कोई भी नया स्टार्टअप IPO बनने तक का सफर तय ही नहीं कर पाता है.
क्या होता है IPO?
यहां पर अब ये भी समझ लेते हैं कि आखिर IPO होता क्या है. IPO यानि की “Initial Public Offering”, कोई भी प्राइवेट कंपनी को कुछ शेयरहोल्डर्स आपस में मिलकर चलाते हैं लेकिन जब इन कंपनीज को पूंजी की ज़रूरत होती है तब कंपनीज खुद को शेयर बाज़ार में खुद को लिस्ट कराती हैं जिसका सबसे कारगर तरीका IPO जारी करना रहता है. शेयर मार्केट में लिस्ट होने के लिए कंपनीज जो IPO लाती हैं उसमें निवेशकों के साथ साथ आम जनता भी उस कंपनी के शेयर्स को खरीद सकती है. जिसके बाद सिर्फ कंपनी का मालिक और निवेशक ही नहीं बल्कि वो सभी मालिक होते हैं जो कम्पनी के शेयर्स को खरीदते हैं. ये शेयर्स BSE और NSE जैसे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होते हैं जिन्हें आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है.
स्टार्टअप्स को IPO बनाने के लिए डॉ बिंद्रा लाए हैं खास प्रोग्राम
डॉ विवेक बिंद्रा कई सालों से भारत में स्टार्टअप शुरू करने वाले एंटरप्रेन्योर्स को बिजनेस कोचिंग और गाइडेंस देते आए हैं. कंपनीज को एक स्टार्टअप के तौर पर आगे बढ़ते रहने और IPO लिस्टेड कम्पनी बनाने को लेकर डॉ बिंद्रा एक खास प्रोग्राम को शुरू कर रहे हैं. इस प्रोग्राम के तहत 100 MSME कंपनीज को चुना जायेगा और उन्हें IPO लेवल ले जाने के लिए हर तरह से गाइड किया जायेगा और सपोर्ट दिया जाएगा. किसी भी कंपनी को IPO बनने के करोड़ों के रेवेन्यू या फिर इन्वेस्टमेंट की जरूरत नहीं होती है, एक छोटे बजट की MSME कम्पनी भी IPO बन सकती है.
डॉ विवेक बिंद्रा के इस प्रोग्राम के तहत इन सभी 100 कंपनीज को अगले आने वाले 30 महीनों तक फंडिंग, टेक, मार्केटिंग से जुड़े सभी तरह के सपोर्ट उपलब्ध करवाए जायेंगे. जिसमें कंपनीज को डॉ विवेक बिंद्रा के साथ साथ दूसरे एक्सपर्ट की गाइडेंस भी दी जाएगी. कंपनीज को IPO बनाने के लिए पूरे 30 महीने का रोडमैप तैयार किया जाएगा और कंपनीज को शेयर मार्केट में लिस्ट कराया जायेगा.