नई दिल्ली:ISI starts Operation K: कनाडा और भारत (Canada and India) के बीच रिश्ते लगातार तल्ख होते जा रहे हैं. पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) इसका फायदा उठाने की फिराक में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया में अपने एजेंट्स सक्रिय कर दिए हैं. ये एजेंट्स उन हिस्सों में प्लांट किए गए हैं, जहां सिख समुदाय बड़ी तादाद में रहता है. ISI ने सिख फॉर जस्टिस नामक आतंकी संगठन को भी फंड दिया है.
क्या है पाक का मकसद
पाकिस्तानी एजेंसी ISI आतंकियों को भारत के खिलाफ भड़का रही है. उन्हें भारतीय दूतावासों पर हमला करने के लिए कह रही है. ISI ने इसे 'ऑपरेशन के' यानी 'ऑपरेशन खालिस्तान' नाम दिया है. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी एजेंसी भारतीय राजनयिकों की व्यक्तिगत जानकारी लीक कर रही है. इससे आतंकी उनकी सारी डिटेल आसानी से जान सकते हैं.
लॉरेंस गैंग से भी ISI ने साधा संपर्क
सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि ISI ने लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) से भी संपर्क साधा था. उसे ऑफर दिया था कि वह कनाडा में खालिस्तानी मूवमेंट के लिए फंडिंग करता है तो उसे हथियारों की तस्करी में ISI मदद करेगी. बता दें कि 2018 से 2022 के बीच कनाडा के आतंकी पन्नू और मृतक आतंकी निज्जर ने लॉरेंस गैंग को 15 बार करोड़ों रुपये भेजे थे.
कनाडा में तिरंगे का अपमान
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने मंगलवार को भारत के खिलाफ प्रदर्शन किया. सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की अपील पर खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा के वैंकूवर और ओटावा में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने वैंकूवर में इंडियन एंबेंसी के बाहर खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए. इस दौरान कुछ खालिस्तान समर्थकों ने भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान किया. खालिस्तानी तिरंगे के बैनर पर चलते दिखाई दिए. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी का भी अपमान किया.
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