नई दिल्ली: टेस्ला और spaceX के मालिक एलन मस्क सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. हाल ही में मस्क ने अपने 'X'हैंडल पर एक पोस्ट शेयर किया है. इस पोस्ट में उन्होंने टेस्ला के ऑटोपायलट टीम के पहले कर्मचारी और भारतीय मूल के इंजीनियर अशोक एलुस्वामी की जमकर तारीफ की है. मस्क ने कहा कि अशोक के बिना उनकी टीम सिर्फ एक सामान्य कार निर्माता होती और वे एक ऑटोनॉमी सप्लायर की अबतक खोज कर रहे होते.
पोस्ट के रिप्लाई में सामने आया बयान
मस्क का यह बयान अशोक एलुस्वामी के एक पोस्ट के रिप्लाई में आया है. इस पोस्ट में एलुस्वामी ने लिखा,' जब भी उन्हें ऐसा लगता है कि चीजें पाना कठिन हो गया है तब एलन उन्हें कुछ बड़ा करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं.' इसके जवाब में मस्क ने लिखा, ' धन्यवाद अशोक! यह पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने टेस्ला की AI और ऑटोपायलट टीम को ज्वाइन किया था. इसके बाद आज सभी AI और ऑटोपायलट टीम को लीड कर रहे हैं.' मस्क ने आगे लिखा, 'वैसे मैंने कभी उन्हें ये सुझाव नहीं दिया कि वे ये सब कहें और उन्हें तब पता लगा जब पोस्ट को 10 मिनट पहले देखा.'
नामुमकिन को किया मुमकिन
एलुस्वामी ने अपने नोट में लिखा,' 2014 में ऑटोपायलट एक छोटे से कम्प्यूटर से शुरू हुआ था. उसकी मेमोरी करीब 384 केबी की थी. उन्होंने इंजीनियरिंग टीम से लेन कीपिंग, लेन बदलना, वाहनों के लिए लोंगिट्युडिनल कंट्रोल और कर्वेचर आदि लागू करने को कहा. टीम के कई लोगों ने सोचा था कि ये बिल्कुल नामुमकिन काम है, हालांकि उन्होंने कभी हार नहीं मानी और टीम को इस बेहद कठिन लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रेरित किया. साल 2015 में सभी मुश्किलों को मात देते हुए टेस्ला ने दुनिया का पहला ऑटोपायलट सिस्टम बनाया. इसके जैसा दूसरा प्रोडक्ट बाजार में कई सालों बाद आया.'
पहले भारतीय मूल के इंजीनियर हैं अशोक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अशोक एलुस्वामी ने साल 2014 में ऑटोपायलट के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में टेस्ला में काम करना शुरू किया था. गौरतलब है कि वह टेस्ला में पहले भारतीय मूल के इंजीनियर हैं. साल 2019 में एलुस्वामी को ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर के डायरेक्टर के रूप में प्रमोट किया गया.
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