तैलीय त्वचा वाले लोगों को अपनी त्वचा की उचित देखभाल करनी चाहिए. उन्हें अपनी त्वचा के हिसाब से ही सारे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना पड़ता है, लेकिन हम इसमें भी लापरवाही बरतते हैं.
तैलीय त्वचा वाले लोगों को अक्सर मुंहासों की शिकायत रहती है. त्वचा पर अधिक तेल होने के कारण गंदगी भी अधिक चिपकती है. लेकिन अपनी दिनचर्या में कुछ चीजों को न छूने से हम अपनी त्वचा में फर्क देख सकते हैं.
स्किन स्पेशलिस्ट बताते हैं कि हमें क्लींजर और टोनर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इनमें अल्कोहल होता है, जो त्वचा के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है. इससे त्वचा पर अधिक तेल जमा हो जाता है.
लोग नारियल तेल का इस्तेमाल मॉइस्चराइजर के तौर पर करते हैं. हालांकि यह शरीर की शुष्क त्वचा के लिए काम कर सकता है, लेकिन यह तैलीय त्वचा में जलन पैदा कर सकता है.
यदि आप खनिज तेल का उपयोग कर रहे हैं, तो इसका उपयोग तुरंत बंद कर दें. यह आपकी त्वचा के भीतर तेल और गंदगी को फंसा सकता है.
लैनोलिन आमतौर पर रूखी त्वचा के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. लैनोलिन एक बहुत गाढ़ी क्रीम है. इसे लगाने से त्वचा पर एक अलग परत बन जाती है, जिससे आपकी त्वचा सांस नहीं ले पाती है. तैलीय त्वचा वाले लोगों के लिए यह खतरनाक है.
नमी बनाए रखने के लिए पेट्रोलियम जेली की एक परत लगाई जाती है, जिसे स्लगिंग भी कहा जाता है. यह हाल के दिनों में काफी लोकप्रिय हो गया है. तैलीय त्वचा वाले लोगों को इससे बचना चाहिए, यह मुंहासों का एक बड़ा कारण हो सकता है.
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