Himachal Pradesh News: केंद्र के वाटर सेस हटाने के सुझाव पत्र पर हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अग्निहोत्री ने जवाब देते हुए कहा है कि यह पत्र राजनीति से प्रेरित है. हिमाचल प्रदेश इस पत्र को नहीं मानेगा.
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समीक्षा कुमारी/शिमला: बीते दिनों केंद्र सरकार ने हिमाचल सरकार के हाइड्रो प्रोजेक्ट से सेस हटाने का सुझाव दिया था. केंद्र सरकार के इस सुझाव का जवाब देते हुए हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश केंद्र के सुझाव को नहीं मानेगा. उन्होंने इस पत्र को राजनीति से प्रेरित पत्र बताया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जल राज्य है. यहां के पानी पर हिमाचल का अधिकार है. उन्होंने कहा कि यह मामला अभी भी न्यायालय में है. ऐसे में संवैधानिक तौर पर क्या सही है और क्या गलत यह केंद्र तय नहीं करेगा, बल्कि न्यायालय तय करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र को इस मामले में जल्दबाजी दिखाने की कोई जरूरत नहीं है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि केंद्र की ओर से यह दूसरी बार पत्र आया है. केंद्र ने दूसरे राज्यों को भी पत्र भेज दिया है, जबकि उत्तराखंड में इसे लेकर पहले ही न्यायालय की बैंच ने फैसला सुना दिया है. मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार के वॉटर सेस लेने को हिमाचल प्रदेश का अधिकार बताया है.
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वहीं पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भाजपा के खिलाफ आक्रामक नजर आए. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सभी पांच राज्यों में कांग्रेस की स्थिति बेहद मजबूत है. भाजपा के खेमे में टेंशन का माहौल है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने चुनाव के रास्ते को ही बदल कर रख दिया.
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उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत के बाद कांग्रेस ने कर्नाटक में भी जीत दर्ज की. इस दौरान मुकेश अग्निहोत्री ने छत्तीसगढ़, राजस्थान में कांग्रेस की वापसी की भी बात कही. इसके साथ ही भाजपा शासित मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी कांग्रेस के सत्ता में आने का दावा किया. इस दौरान मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भी हिमाचल में कांग्रेस की ही जीत होगी. इसके पीछे की बड़ी वजह उन्होंने प्रदेश सरकार के OPS बहाली के फैसले को बताया.
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