सीएम जयराम ठाकुर ने बदला यह रिवाज, विधायक रामलाल ठाकुर ने उठाए सीएम पर सवाल
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सीएम जयराम ठाकुर ने बदला यह रिवाज, विधायक रामलाल ठाकुर ने उठाए सीएम पर सवाल

वहीं, सीएम ने धन्यवाद रैली के दौरान मंच से रामलाल ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता उनके किए गए उद्घाटन पर सवाल खड़े करते हैं, लेकिन मैं मंच से उन्हें यह कहना चाहता हूं कि कोई भी शिलान्यास विकास के लिए किया जाता है तो उसे पूरा करना अगली सरकार का कर्तव्य बनता है

सीएम जयराम ठाकुर ने बदला यह रिवाज, विधायक रामलाल ठाकुर ने उठाए सीएम पर सवाल

विजय भारद्वाज/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बीते दिन शनिवार को बिलासपुर के नैनादेवी विधानसभा क्षेत्र में एक दिवसीय दौरे पर थे. जहां उन्होंने 42 करोड़ से भी ज्यादा रुपयों की 14 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. ऐसे में अब नैनादेवी से कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने उनके दौरे को लेकर सवाल खड़े किए हैं. विधायक रामलाल ठाकुर का कहना है कि सीएम जयराम ठाकुर उन योजनाओं का उद्घाटन कर गए हैं, जिन पर प्रदेश की पूर्व वीरभद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान से काम चल रहा था. जबकि इन घोषणाओं पर 80 प्रतिशत तक काम पूरा किया जा चुका था. 

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वीरभद्र सिंह ने किए थे ये काम
रामलाल ठाकुर का कहना है कि नवगांव-बैरी सड़क पर बने अलिखड़ पुल का शिलान्यास पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने किया था, जिसका काम चल रहा था, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार आई और इन साढ़े चार साल में पुल के दोनों छोर पर केवल 10-10 फुट ही निर्माण कार्य हो पाया. इतना ही नहीं, लाडाघाट में आईटीआई की घोषणा भी वीरभद्र सिंह ने किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इससे पहले भी नैनादेवी दौरे के दौरान कई घोषणाओं का उद्घाटन किया था, जिनका काम आज तक पूरा नहीं हुआ.  

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सीएम जयराम ने बदला रिवाज
वहीं, सीएम ने धन्यवाद रैली के दौरान मंच से रामलाल ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता उनके किए गए उद्घाटन पर सवाल खड़े करते हैं, लेकिन मैं मंच से उन्हें यह कहना चाहता हूं कि कोई भी शिलान्यास विकास के लिए किया जाता है तो उसे पूरा करना अगली सरकार का कर्तव्य बनता है, लेकिन पूर्व कांग्रेस सरकार ने ऐसा नहीं किया और पहले की भाजपा सरकार के कार्यकाल की घोषणाओं को सत्ता में आने के बाद अधर में लटका कर बजट में प्रावधान तक नहीं दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस रिवाज को बदला है और प्रदेश के विकास के लिए चाहे पूर्व मुख्यमंत्री ने या मंत्रियों ने घोषणा की हो, लेकिन उसके लिए बजट में प्रावधान कर काम पूरा करने और तय समय पर जनता को समर्पित करने का काम किया है. 

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