Putrada Ekadashi 2025: पुत्रदा एकादशी वर्ष 2025 की पहली एकादशी होगी. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और संतान संबंधी समस्याएं दूर होती हैं.
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Putrada Ekadashi 2025: सभी व्रतों में से एकादशी व्रत सबसे अधिक फलदायी माना जाता है. भगवान कृष्ण ने स्वयं कहा है कि पौष पुत्रदा एकादशी के समान फलदायी कोई दूसरा व्रत नहीं है. इस व्रत को करने से सुख, बुद्धि और धन की प्राप्ति होती है. जो लोग पौष पुत्रदा एकादशी की कथा पढ़ते या सुनते हैं और श्रद्धापूर्वक व्रत रखते हैं, उन्हें उत्तम संतान की प्राप्ति होती है. भगवान विष्णु की कृपा से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
इस वर्ष पौष पुत्रदा एकादशी 10 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी. पौष पुत्रदा एकादशी की कथा सुने बिना व्रत अधूरा रहता है. इसलिए भक्तों को इसे अपनी पूजा में अवश्य शामिल करना चाहिए.
भक्तिपूर्ण अभ्यास:
- भगवान विष्णु को समर्पित भजन और भक्ति गीत गाकर रात्रि जागरण करें.
- शाम को भगवान विष्णु के नज़दीकी मंदिरों में जाएं.
प्रसाद:
- भक्त भगवान को चमकीले फूल, फल और अन्य पूजा सामग्री चढ़ाते हैं.
- फल, दूध और हल्का भोजन करने की अनुमति है.
विशेष अनुष्ठान:
- इस दिन तुलसी के पौधों का दान करना बहुत शुभ माना जाता है, जो समृद्धि का प्रतीक है.
- प्रार्थना, मंत्र और पुत्रदा एकादशी व्रत कथा का पाठ करना आवश्यक है.
- विष्णु सहस्रनाम और अन्य विष्णु-केंद्रित प्रार्थनाओं को शामिल करना.
उपवास के लाभ:
- व्रत रखने और ज़रूरतमंदों को दान करने से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है.
- ऐसा माना जाता है कि जो भक्त ईमानदारी से व्रत रखते हैं, उन्हें स्वस्थ संतान और समृद्ध जीवन का आशीर्वाद मिलता है.
(Disclaimer: इस लेख की सामग्री पूरी तरह से मान्यताओं पर आधारित है, और इसे सामान्य जानकारी के रूप में लिया जाना चाहिए. ZeePHH प्रस्तुत किसी भी दावे या जानकारी की सटीकता या वैधता का दावा नहीं करता है.)