Belly Fat: आखिर बैली फैट की समस्या क्यों होती है, और इससे कैसे पीछा छुड़ाया जाए. आज हम आपको इसके बारे में परी जानकारी देने वाले हैं, ताकि आप फिट और हेल्दी रह सकें.
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Belly Fat: पेट की चर्बी से काफी लोग परेशान हैं. इसके लिए लोग डाइटिंग करते हैं और इसके बाद भी पेट की चर्बी गायब नहीं होती है. आपको बता दें केवल खराब डाइट ही पेट की चर्बी का कारण नहीं होता है. इसके अलावा कई और कारण भी हैं, जिनकी वजह से बैली फैट की समस्या पैदा हो जाती है. आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं, ताकि आप फिट और हेल्दी रह सकें.
बैली फैट बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें से कई अहम वजह हम आपको बताने वाले हैं. इसके साथ ही हम आपको बताएंगे कि आप बैली फैट की समस्या को कैसे खत्म कर सकते हैं. तो आइये जानते हैं.
हार्मोनल बैली की समस्या काफी लोगों को होती है, हालांकि इसके बारे में वह बेदार नहीं होते हैं. इस समस्या में नीचे से पेट मोटा होने लगता है और डाइट को कंट्रोल करने से भी सही नहीं होता है. हार्मोन बेली को सही करने का सबसे बेहतर तरीका एक्सरसाइज और योग है. इसके साथ ही सही मात्रा में सोना भी इसमें काफी लाभकारी साबित हो सकता है.
सही मात्रा में नींद नहीं लेने से बैली फैट जमना शुरू हो जाता है. इसके पीछे का कारण शरीर में स्ट्रेस लेवल को कहा जा सकता है. नींद पूरी न होने से शरीर पूरी तरह से रिकवर नहीं हो पाता है. जिसकी वजह से शरीर में स्ट्रेस लेवल बढ़ता है और इंफ्लेमेशन बढ़ती है. जिसकी वजह से बैली फैट की समस्या पैदा हो जाती है.
आरामादायक जिंदगी भी बैली फैट का कारण बनती है. जब आप फिजिकली कम एक्टिव होते हैं तो आपके शरीर पर फैट डिपोज़िट होने लगता है. आसान भाषा में समझें तो खाने से मिलने वाली एनर्जी को आप इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं और वह फैट के तौर पर शरीर में इकट्ठा होने लगती है.
इंसुलिन एक तरह का हार्मोन है जो ब्लड में मौजूद शुगर को कंट्रोल करने का काम करता है. जो लोग ज्यादा मीठा खाते हैं, उनकी बॉडी में तेजी से इंसुलिन स्पाइक होता है और बेली फैट को जन्म देता है. चाय, कॉफी, मिठाई में मिलने वाली शुगर शरीर में तेजी से शरीर में घुलती है, जिसकी वजह से इंसुलिन लेवल तेजी से बढ़ता है.
जिन लोगों का डाइजेशन खराब रहता है, उनको अकसर बैली फैट की समस्या हो जाती है. डाइजेशन खराब होने से न्यूट्रिएंट्स शरीर में सही तरह एब्जॉर्ब नहीं होते हैं, जिसकी वजह से बैली फैट बढ़ता है. डाइजेशन बेहतर करने के लिए बहुत जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें और डाइट में प्रोबायोटिक फूड्स को शामिल करें.
अपनी लाइफस्टाइल में एक्सरसाइज को जगह दें. एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे हैं, तो कोई आउटडोर गेम, वॉक या फिर रनिंग किया करें. इससे आपके शरीर की एक्सेसिव कैलोरीज बर्न होंगी और बेली फैट कम होगा. इसके अलावा एक्सरसाइज आपके स्ट्रेस लेवल को भी मैनेज करने का काम करेगी.
सही मात्रा में नींद लेना शुरू करें. अगर आप पुरुष हैं तो रात में कम से कम 7 घंटा सोया करें और महिलाएं 8-9 घंटे की नींद लिया करें. सोने का एक टाइम सेट करें, ताकि आपको बेहतर नींद आ सके.
अपनी डाइट में शुगर इंटेक को कम करें. मिसाल के तौर पर अगर आप 5 कर चाय पीते हैं तो उसे 2 पर ले आएं और चीनी कम इस्तेमाल करें. इसके अलावा सॉफ्ट ड्रिंक्स और मिठाइयों से भी परहेज करें. मार्किट में मिलने वाले एक 250 ML की सॉफ्ट ड्रिंक में 7-8 चम्मच चीनी होती है.
अपनी डाइट में हरी सब्जियां शामिल करें. इसमें मिलने वाला फायबर आपके पाचनक्रिया को बेहतर करेगा और साथ ही इंसुलिन स्पाइक को भी रोकेगा. हरी सब्जियों में मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स वेट लॉस में भी आपकी काफी हेल्प करेंगे.