नूपुर शर्मा का सपोर्ट करने वाले इस्लाम विरोधी नेता बन सकते हैं प्रधानमंत्री
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1974507

नूपुर शर्मा का सपोर्ट करने वाले इस्लाम विरोधी नेता बन सकते हैं प्रधानमंत्री

भाजपा की नेता नूपुर शर्मा ने प्रोफेट मोहम्मद पर टिप्पणी की थी. गीर्ट वाइल्डर्स ने उनका सपोर्ट किया था. गीर्ट वाइल्डर्स नीदरलैंड के प्रधानमंत्री बन सकते हैं.

नूपुर शर्मा का सपोर्ट करने वाले इस्लाम विरोधी नेता बन सकते हैं प्रधानमंत्री

पैगंबर मोहम्मद (स.) पर टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा का सपोर्ट करने वाले डच नेता की पार्टी नीदरलैंड संसदीय चुनाव में आगे चल रहे हैं. यह बात एग्जिट पोल से सामने आई है. अगर ये एग्जिट पोल सही साबित हुए तो गीर्ट वाइल्डर्स फ्रीडम पार्टी (PVV) से नीदरलैंड के प्रधानमंत्री बन सकते हैं. गीर्ट वाइल्डर्स अपने इस्लाम विरोधी रुख के लिए जाने जाते हैं. वह अपने चुनावी वादे में नीदरलैंड में आप्रवासन रोकने का वादा करते हैं.

वाइल्डर्स अपने इस्लाम विरोधी बयानों के लिए जाने जाते हैं. इसके अलावा वह नीदरलैंड में विदेशी लोगों के बसने के खिलाफ हैं. एग्जिट पोल में बताया गया है कि उनकी पार्टी 150 में से 35 सीटें जीत सकती है लेकिन उन्होंने इस अनुमान को झुठलाया है.

एग्जिट पोल के मुताबिक, निवर्तमान प्रधान मंत्री मार्क रुटे की पार्टी, जिनकी गठबंधन सरकार जुलाई में गिर गई और चुनाव हुआ, 23 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रहेंगे.

नूपुर शर्मा ने जब पैगंबर मोहम्मद पर बयानबाजी की थी तो पूरी दुनिया में बवाल मच गया था. इस पर अरब देशों ने आपत्ति जताई थी. इसके बाद नीदरलैंड के नेता ने नूपुर शर्मा का सपोर्ट किया था. उन्होंने कहा था कि "मैं भारत से अपील करता हूं कि वह कट्टरपंथी मुसलमान देशों के दबाव में न आएं." 

गीर्ट वाइल्डर्स ने कहा था कि "यह हैरान करने वाली बात है कि अरब और इस्लामिक देश भारत की राजनेता नूपुर शर्मा के बयान पर भड़के हैं. उन्होंने पैगंबर के बारे में सही बोला था." उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था कि "भारत के मेरे दोस्त इस्लामिक देशों के आगे दबाव में मत आओ. इसकी जगह नूपुर शर्मा की अभिव्यक्ति की आजादी के पक्ष में खड़े हो, जिसने पैगंबर मोहम्मद के बारे में सच बोला है."

साल 1963 में पैदा हुए गीर्ट वाइल्डर्स का करियर स्पीच राइटर के तौर पर शुरू हुआ था. इसके बाद वह चुनावों में उतर गए. साल 2006 में उन्होंने अपनी पार्टी फ्रीडम पार्टी (PVV) बना ली. वह अक्सर इस्लाम के खिलाफ लिखते रहे हैं. इसके उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलती रही हैं. 

Trending news