Pakistan News: पाकिस्तान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में भीड़ ने एक महिला को घेरा हुआ है और कुछ लोग उसका सिर कलम करने की बात कर रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर
Trending Photos
Pakistan News: पाकिस्तान के लाहौर में एक महिला को अरबी प्रिंट वाली पोशाक पहनने की वजह से लोगों के एक ग्रुप ने हमला कर दिया, हालांकि मौके पर पुलिस पहुंच गई और महिला को बचा लिया गया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में महिला को पाकिस्तान के किसी रेस्तरां में अपने हाथों से अपना चेहरा ढंकते हुए बैठे देखा गया है. उसके बचाव में आई एक महिला पुलिस अधिकारी को भीड़ से किसी भी तरह की हिंसा न करने की गुजारिश करते हुए देखा जा सकता है. इस दौरान कुछ मौलाना भी हैं जो इस बारे में बात करते नजर आ रहे हैं.
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान पुलिस ने इस वीडियो को साझा किया है. जिसमें लिखा है,"गुलबर्ग लाहौर की बहादुर एसडीपीओ एएसपी सैयदा शहरबानो नकवी ने एक महिला को हिंसक भीड़ से बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी. इस बहादुरी भरे काम के लिए, पंजाब पुलिस ने प्रतिष्ठित कायद-ए-आज़म पुलिस पदक के लिए उनके नाम की सिफारिश की है."
This woman police officer is a star. Doing exactly what the state should do when citizens are harassed and attacked for alleged blasphemy.
Pakistan’s blasphemy laws, their daily abuse, violent mobs & extremist groups with state patronage have led the country to this madness. pic.twitter.com/o96vhTsIhJ— Raza Ahmad Rumi (@Razarumi) February 25, 2024
इस बीच, घटना के बारे में बात करते हुए महिला पुलिस अधिकारी ने एक दूसरे वीडियो में कहा, "महिला अपने पति के साथ खरीदारी के लिए गई थी. उन्होंने एक कुर्ता पहना था जिस पर कुछ शब्द लिखे थे. जब कुछ लोगों ने देखा तो उन्होंने उससे कुर्ता उतारने को कहा. भ्रम के हालात थे." महिला ने बाद में इस घटना के लिए माफी भी मांगी. ऑनलाइन शेयर किए गए वीडियो में महिला को यह कहते हुए सुना गया, "मैंने कुर्ता इसलिए खरीदा क्योंकि उसका डिजाइन अच्छा था...मैंने नहीं सोचा था कि लोग इस तरह सोचेंगे... मेरा अपमान करने का कोई इरादा नहीं था... मैं इस घटना के लिए माफी मांगती हूं." मुझसे जो हुई बेइल्मी में हुआ है."
एक्स पर एक शख्स ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''लाहौर... एक और ड्रामा. महिला लोगों से घिरी हुई थी क्योंकि उसके रिस्टबैंड पर अरबी में नाम लिखे थे, कुछ लोग कुरान की आयतें लिख रहे थे. दरअसल, ऐसा नहीं है. यह केवल साधारण अरबी शब्द हैं, धर्म के संबंध में नहीं. حلوة का अर्थ है सुंदर, यादृच्छिक अरबी शब्द है, पूरे देश में धार्मिक कार्ड तेज होता जा रहा है. देश में मॉब लिंचिंग का कहर जारी है."
WHOAH! A Pakistani woman who was attacked for wearing clothes with Arabic text on them is being forced to apologize in police custody in front of the Islamists, who accused her of blasphemy.
SHOULDN'T POLICE BE RATHER TAKING ACTION AGAINST THE EXTREMIST MULLAHS!?
SHAMEFUL! pic.twitter.com/45uMlD58HM
— Taha Siddiqui (@TahaSSiddiqui) February 25, 2024