Jammu And Kashmir: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में सातवीं बार जीत दर्ज करने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के सीनियर नेता एडवोकेट अब्दुल रहीम राथर जम्मू-कश्मीर विधानसभा के नए स्पीकर होंगे. वो चरार-ए-शरीफ से मौजूदा विधायक हैं.
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Jammu And Kashmir News: चरार-ए-शरीफ से नेशनल कांफ्रेंस (NC) के विधायक और सीनियर नेता एडवोकेट अब्दुल रहीम राथर जम्मू-कश्मीर विधानसभा के नए स्पीकर होंगे. केंद्र शासित प्रदेश (UT) जम्मू-कश्मीर की पहली विधानसभा का पहला सेशन सोमवार से शुरू हो रहा है, जो शुक्रवार 8 नवंबर तक चलेगा. सेशन के पहले दिन सबसे पहले स्पीकर का चुनाव होगा. इसके बाद उपराज्यपाल (LG) मनोज सिन्हा सेशन को संबोधित करेंगे.
विधानसभा द्वारा जारी एजेंडा में बताया गया है कि राज्य के एग्रीकल्चर प्रोडक्शन, रूरल डेवलेपमेंट एंड पंयायती राज, सहकारिता और निर्वाचन मंत्री जावेद अहमद डार सदन के सामने राथर को विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव रखेंगे. प्रस्ताव में कहा जाएगा, "कि इस सदन के मेंबर एडवोकेट अब्दुल रहीम राथर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा का अध्यक्ष चुना जाए" रामबन से MLA अर्जुन सिंह राजू इस प्रस्ताव का सपोर्ट करेंगे. विधानसभा में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) की संख्यां बल को देखते हुए राथर का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है.
किसके खाते में कितनी सीटें
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए चुनाव में एनसी ने बड़ी जीत हासिल की. हाल ही में 90 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में NC के 42 कैंडिडेट्स ने जीत दर्ज की. जबकि भाजपा को 29 सीटों पर जीत मिली थीं. एनसी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस के सिर्फ छह विधायक विधानसभा पहंचे हैं.
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वहीं, महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को तीन सीटें मिलीं. इसके अलावा माकपा, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) को एक-एक सीट मिली. जबकि सात आजाद उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. हालांकि, बाद में सात में से छह इंडिपेंडेंट MLA भी एनसी में शामिल हो गए.
राथर 7वीं बार बने हैं विधायक
यहां बताते चलें कि राथर सातवीं बार MLA चुने गए हैं. उन्होंने 1977 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीत दर्ज की थी. वह साल 1983, 1987, 1996, 2002 और 2008 में भी MLA रह चुके हैं. हालांकि, 2014 के विधानसभा चुनाव में वो हार गए थे.