Bihar Lok Sabha Chunav 2024: राजद को लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान एक और बहुत बड़ा झटका लगा है. पार्टी के नेशनल वाइस-प्रेसिडेंट देवेंद्र यादव ने राजद की प्राथमिक सदस्यता से रिजाइन दे दिया है.वहीं भागलपुर के पूर्व सांसद बुलो मंडल ने भी बहुत बड़ा फैसला किया है, जो राजद के लिए बहुत बुरी खबर है.
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Bihar Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग से पहले राजद को एक और झटका लगा है. पार्टी के नेशनल वाइस-प्रेसिडेंट व पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से रिजाइन दे दिया है. उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेटर लिखकर पार्टी को अलविदा कह दिया.
उन्होंने लेटर में लिखा है कि राजद की पॉलिसी से अब वह सहमत नहीं हैं. राजद में जो सियासत चल पड़ी है, वह सिर्फ 'राज' के लिए नीति है. जबकि राज और नीति दोनों का सामंजस्य होना लाजिमी था. मैं ऐसा महसूस करने लगा हूं कि इस तरह की सियासत से नीति पूरी तरह नदारद हो चली है. सिद्धांत के बिना सियासत मतलब आत्मा के बिना मात्र शरीर.
उन्होंने कहा कि मेरी अंतरात्मा कह रही है कि अब राजद में एक लम्हा भी बने रहना असहज सा हो गया है. मैं अपने ऐतिहासिक कर्मभूमि और जन्मभूमि झंझारपुर की समाजवादी जमीन के साथ धोखा नहीं कर सकता. समाजवादी मुहिम को फिर से जिंदा करने के साथ ही सियासत में राज और नीति दोनों का सामंजस्य बनाने के सपोर्ट में राष्ट्रीय जनता दल के नेशनल-वाइस प्रेसिडेंट के पद से और सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड की सदस्यता और पार्टी की प्राइमरी मेंबरशिप से अपनी इच्छा से त्याग-पत्र दे रहा हूं.
कई मुस्लिम-यादव नेता पार्टी से नाराज
बता दें कि सीमांचल के दिग्गज नेता व पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉक्टर अशफाक करीम ने पार्टी से इस्तीफा दिया था. इसके अलावा अरिरया के पूर्व सांसद व पू्र्व मंत्री ने सरफराज आसलम भी टिकट नहीं मिलेन की वजह से पार्टी से नाराज चल रहे हैं. यहां से राजद ने उनके छोटे भाई शाहनवाज को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, सिवान से दिवंगत राजद नेता की पत्नी हेना शहाब ने राजद के खिलाफ सिवान से बिगुल फूंक दिया है. इसके अलावा बिहार के कई यादव समाज के नेता भी राजद से नाराज चल रहे हैं.
बुलो मंडल थामेंगे जदयू का दामन
दूसरी तरफ, भागलपुर के पूर्व सांसद बुलो मंडल ने पार्टी को छोड़ने का फैसला लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, बुलो मंडल कि कल किसी भी वक्त जेडीयू की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं. बता दें कि पूर्व सांसद टिकट नहीं मिलने के कारण पार्टी से नाराज चल रहे थे, क्योंकि "इंडिया" गठबंधन के तहत सीट बंटवारे में भागलपुर सीट कांग्रेस के खाते में चली गई. कांग्रेस ने इस सीट से विधायक अजीत शर्मा को उम्मीदवार बनाया है.